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रामभद्राचार्य आगरा अस्पताल में हुए भर्ती, सीने में हुआ था इन्फेक्शन

जगद्गुरु रामभद्राचार्य की तबीयत शुक्रवार को अचानक बिगड़ गई. उन्हें इलाज के लिए आगरा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

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By Taniya Instafeed | खबरें - 02 February 2024

जगद्गुरु रामभद्राचार्य की तबीयत शुक्रवार को अचानक बिगड़ गई. उन्हें इलाज के लिए आगरा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. खबर है कि फेफड़ों में संक्रमण के कारण उन्हें पुष्पांजलि अस्पताल में भर्ती कराया गया है. डॉक्टर ने बताया कि उनकी हालत में सुधार हो रहा है.

रामभद्राचार्य के स्वास्थ्य की जांच

बताया गया है कि हाथरस के गांव लाडपुर में जगद्गुरु रामभद्राचार्य की श्रीराम कथा चल रही है. 25 जनवरी से शुरू हुई राम कथा का शुक्रवार को आखिरी दिन था. उसी दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए आगरा लाया गया. पुष्पांजलि अस्पताल के डॉक्टरों ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य के स्वास्थ्य की जांच की. डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि उनके सीने में संक्रमण है. उन्हें शाम तक छुट्टी दी जा सकती है. यहां उनके शिष्य और निजी सुरक्षाकर्मी उनके साथ मौजूद हैं. दरअसल जगद्गुरु रामभद्राचार्य हाथरस में रामकथा कर रहे हैं. शुक्रवार को उन्हें कहानी को विराम देना पड़ा. 

रामभद्राचार्य की आँखों की रोशनी

एक गंभीर बीमारी के कारण दो महीने की उम्र में रामभद्राचार्य की आँखों की रोशनी चली गई. अंधे होने के बावजूद रामभद्राचार्य अपने कार्यों और भविष्यवाणियों के लिए प्रसिद्ध हुए. वह 22 भाषाओं में पारंगत हैं रामभद्राचार्य ने 80 से अधिक ग्रंथों की रचना की है. उनके नाम पर दुनिया का पहला विकलांग विश्वविद्यालय भी चल रहा है.

पद्म विभूषण से सम्मानित

जगद्गुरु ने ब्रेल लिपि का उपयोग करके चीजें सीखीं. सुनने के बाद उन्होंने सभी ग्रंथों को कंठस्थ कर लिया और उनकी रचना की. जगद्गुरु रामभद्राचार्य को 2015 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था. स्वामी रामभद्राचार्य रामानंद संप्रदाय के चार जगद्गुरु रामानंदाचार्यों में से एक हैं. वह 1988 से इस पद पर हैं.

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