Char Dham Yatra 2025: जाने चार धाम यात्रा का सही क्रम
उत्तराखंड की चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू होने वाली है, और यात्रा का ऑनलाइन पंजीकरण 20 मार्च से शुरू किया जाएगा।
"चार धाम की यात्रा के लिए करोड़ों की संख्या में भक्त आते हैं, लेकिन उन्हें इस यात्रा का सही क्रम पता नहीं होता।
आज हम आपको उत्तराखंड की चारधाम यात्रा का सही क्रम बताने जा रहे हैं।
यात्रा की शुरुआत यमुनोत्री धाम से होती है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, यमुना यमराज की बहन हैं और चारधाम यात्रा की शुरुआत पांडवों ने यहीं से की थी।
दूसरा पड़ाव गंगोत्री धाम का होता है कहा जाता है यह श्रध्दालुओं के सारे पाप धुल जाते है।
तीसरा पड़ाव केदारनाथ का होता है, जो भगवान शिव का निवास स्थान है। यहाँ मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है।
चारधाम यात्रा का अंतिम पड़ाव बद्रीनाथ है, जहाँ श्रद्धालुओं को मोक्ष और जन्म-मरण के चक्र से मुक्ति मिलती है। बद्रीनाथ भगवान विष्णु का निवास स्थान है।
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