तुलसी विवाह हिंदू धर्म में एक पवित्र धार्मिक अनुष्ठान है, जिसमें तुलसी के पौधे का विवाह भगवान विष्णु के शालिग्राम रूप या कृष्ण की मूर्ति से कराया जाता है। यह कार्तिक शुक्ल एकादशी (देवउठनी एकादशी) को मनाया जाता है, जो नवंबर के आसपास पड़ता है।
चातुर्मास की समाप्ति का प्रतीक (भगवान विष्णु योगनिद्रा से जागते हैं)।
विवाह के बाद शुभ कार्य शुरू हो जाते हैं।
कन्या दान का पुण्य मिलता है (बिना कन्या के भी)।
तुलसी विवाह करने से वैवाहिक सुख, संतान प्राप्ति और पाप नाश होता है।
तुलसी का पौधा, शालिग्राम, लाल कपड़ा, फल, मिठाई, फूल, अक्षत, दूब, सुपारी, मेहंदी, चूड़ी।
"तुलसी महारानी, नमो नमो... हरि के संग ब्याहो, नमो नमो!"
The World Health Organization (WHO) has released updated dietary guidelines based on the latest research.