पौष माह की शुरुआत 2021: मार्गशीर्ष पूर्णिमा के बाद अब पौष माह की शुरुआत, यहां देखें व्रत-त्योहार की मुख्य तिथियां

पौष मास 2021 हिंदू धर्म में बहुत ही पुण्य का महीना माना जाता है. हर महीने की पूर्णिमा तिथि (पूर्णिमा 2021) के बाद एक नया महीना शुरू होता है.

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पौष मास 2021 हिंदू धर्म में बहुत ही पुण्य का महीना माना जाता है. हर महीने की पूर्णिमा तिथि (पूर्णिमा 2021) के बाद एक नया महीना शुरू होता है. हिंदू कैलेंडर में सभी महीनों के नाम किसी न किसी नक्षत्र पर आधारित होते हैं. ऐसा माना जाता है कि जिस मास की पूर्णिमा के दिन चंद्रमा होता है उस नक्षत्र से जोड़कर उस माह का नाम दिया गया है. आपको बता दें कि इस महीने को पौष या पूस का महीना भी कहा जाता है. इस महीने में बहुत ठंड होती है. आपको बता दें कि इस साल 2021 की आखिरी पूर्णिमा यानी मार्गशीर्ष पूर्णिमा 18 दिसंबर को थी. मार्गशीर्ष पूर्णिमा को अघन पूर्णिमा भी कहा जाता है. मार्गशीर्ष पूर्णिमा के बाद हिंदू कैलेंडर का नया महीना यानी पौष शुरू हो जाता है. 

मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा (मार्गशीर्ष पूर्णिमा 2021) के बाद पौष मास 2021 शुरू हो गया है, जो 17 जनवरी को पूर्णिमा तिथि को समाप्त होगा. वहीं माघ मास की शुरुआत 18 जनवरी से होगी. इस माह में , सूर्य देव (सूर्य देव पूजा) और भगवान श्री हरि विष्णु (भगवान विष्णु) की पूजा का विशेष महत्व माना जाता है. नया महीना शुरू होते ही महीने की तारीखों के अनुसार व्रत और त्योहार भी शुरू हो जाते हैं. पौष मास में कई प्रमुख त्योहार भी मनाए जाते हैं. आइए आपको बताते हैं इस महीने के मुख्य व्रत और तिथि (पौष मास 2021 व्रत और पर्व). सूर्य ग्रहण 2022: साल 2022 में इस महीने लगेगा सूर्य ग्रहण, जानिए सूतक की तारीख और समय. 

पौष अमावस्या और पूर्णिमा का महत्व पौष अमावस्या और पूर्णिमा का महत्व

पौष मास के बढ़ते धार्मिक महत्व के कारण इस माह की अमावस्या और पूर्णिमा का महत्व बहुत अधिक माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि पौष पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान करना चाहिए, जबकि इस दौरान पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. वहीं पितृ दोष और कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए इस महीने की अमावस्या को शुभ माना जाता है. 

पौष मास की महत्वपूर्ण तिथियां, पौष मास तिथि 2021

27 दिसंबर- रुक्मणी अष्टमी.

31 दिसंबर - सफल एकादशी.

01 जनवरी - अंग्रेजी नव वर्ष शुरू होता है.

02 जनवरी- पौष अमावस्या और नर्मदा पंचकोशी यात्रा का समापन.

06 जनवरी - विनायकी चतुर्थी.

09 जनवरी - गुरु गोबिंद जयंती.

12 जनवरी - स्वामी विवेकानंद जयंती.

13 जनवरी - पुत्रदा एकादशी और लोहड़ी.

14 जनवरी - मकर संक्रांति और पोंगल त्योहार.

15 जनवरी- शनि प्रदोष और खरमास समाप्त.

17 जनवरी - पौष पूर्णिमा.

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