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इस घटना के बाद से मनाया जाता है राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस, ऐसे आप भी बने इसका हिस्सा

देश-दुनिया में प्रदूषण का लेवल बढ़ता ही जा रहा है, जिससे कई परेशानी पैदा हो रही है। आइए जानते हैं इस अपने एक कदम से कैसे रोक सकते हैं आप..

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By Asna | लाइफ स्टाइल - 02 December 2020

आजकल प्रदूषण की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है जिससे सांस लेना मुश्किल हो रहा है। पानी और हवा हर दिन क्षतिग्रस्त हो रहे हैं और हमारे बीच विभिन्न स्वास्थ्य बीमारियों का कारण बन रहे हैं। पर्यावरण के लिए प्रदूषण एक बड़ी समस्या है। यही नहीं प्रदूषण पटाखे, वाहन, कंपनियों में गैसों का रिसाव, बम विस्फोट आदि के कारण फैलता है। इसलिए आम नागरिकों, सरकारी और गैर-सरकारी आर्गेनाईजेशन को प्रदूषण को कम करने के लिए तुरंत कई कदम उठाने चाहिए। जिससे प्रदूषण की समस्या को कम किया जा सके।   

आपको बता दे कि भारत में हर साल 2 दिसंबर को नेशनल प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाया जाता है जो वर्ष 1984 में 2 से 3 दिसंबर की रात को हुई भोपाल गैस ट्रजेडी की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में जान गंवाने वाले लोगों की याद में मनाया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य प्रदूषण और पर्यावरण संरक्षण के बारे में लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाना है ताकि वो पृथ्वी की रक्षा की जा सकें। आइए आपके बताते है कि किस तरह पर्यावरण को प्रदूषण से बचाया जा सकता है। 

प्रदूषण कम करने के विभिन्न तरीके:

1. ठोस कचरे का सही तरीके से प्रबंधन किया जाना चाहिए।

2. बायोकैमिकल कचरे का उपयोग किया जाना चाहिए।

3. प्रदूषण कम करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक कचरा होना चाहिए।

प्रदूषण कम करने के कई अन्य तरीके इस प्रकार है..

1. ठोस कचरे से अलग-अलग घरेलू सजावट की चीजें बनाई जा सकती हैं और इसके लिए आप लोगों से काम भी करावा सकते है  जो कई बेरोजगार लोगों को रोजगार प्रदान करेगा।

2. जल प्रदूषण को रोकने के लिए हमें दूसरों को किसी भी पानी निकलने वाली जगह में कुछ भी न फेंकने के लिए शिक्षित करना चाहिए और हमेशा उन्हें साफ रखने की कोशिश करनी चाहिए। इसके साथ-साथ पर्यावरण को बचाने के लिए हर हफ्ते समुद्र तट को साफ करने के लिए अलग-अलग ग्रुप भी बनाए जा सकते हैं।

3. वायु प्रदूषण के कारण हम सभी को इस पर होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ानी चाहिए। हमें यह दिखाना चाहिए कि वायु प्रदूषण से अस्थमा के लोग कैसे बुरी तरह प्रभावित हो सकते हैं। लोगों को पटाखों पर हमेशा के लिए प्रतिबंध लगाने का कदम उठाना चाहिए।

4. लोगों को हमेशा किसी भी तरह के कचरे  को फेेंकने के लिए डस्टबिन का प्रयोग करना चाहिए। यही नहीं कचरे को सड़क पर या किसी भी जल निकायों के पास कभी नहीं फेंकना चाहिए।

5. विभिन्न क्षेत्रों को साफ करने के लिए कई एनजीओ इसकी पहल करते हैं। तो ऐसे में आप पर्यावरण की रक्षा के लिए उनके साथ इस कार्य में स्वयंसेवक से संपर्क कर सकते हैं।

6. किसी भी प्लास्टिक सामान का प्रयोग करने के बजाए इको-फ्रेंडली सामान का प्रदान किया जाना चाहिए ताकि पर्यावरण को प्रदूषण से बचाया जा सकें।


by-Asns zaidi

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