अगर दिख रहे हैं ऐसे लक्षण तो जल्द ही करालें फर्टिलिटी टेस्ट

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो जिन लोगों को टेस्टिकुलर डैमेज, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

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आजकल के बिजी एंड स्ट्रेस्फुल लाइफस्टाइल की वजह से लोगों की सेहत के साथ साथ उनकी फर्टिलिटी पर भी बुरा असर पड़ रहा है. महिलाओं और पुरुष दोनों को ही फर्टिलिटी टेस्ट करवाना बेहद जरुरी होता जा रहा है. इनफर्टिलिटी का कोई भी लक्षण नजर नहीं आता है लेकिन फिर भी फर्टिलिटी टेस्ट करना जरूरी है जिससे इनफर्टिलिटी के कारणों का पता लगे. किसी भी पुरुष को फर्टिलिटी टेस्ट सिर्फ तब करना चाहिए जब उसकी इनफर्टिलिटी समस्या की कोई मेडिकल हिस्ट्री रही हो. 


हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो जिन लोगों को टेस्टिकुलर डैमेज, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, उन्हें अपना फर्टिलिटी टेस्ट जरूर करवाना चाहिए. इसके अलावा अगर किसी का कैंसर का इलाज चल रहा हो या फिर यूरिनरी ट्रैक्ट सर्जरी हुई हो तो ऐसे लोगों का भी फर्टिलिटी टेस्ट करवाना जरुरी हो जाता है. 

मेडिकल हिस्ट्री असेसमेंट (Medical History Assessment)- इसमें डॉक्टर्स पुरुषों में होने वाली इनफर्टिलिटी की समस्या के कई कारणों के बारे में बताते है. जैसे कि एक्सीडेंट, बीमारी, सर्जरी. इसके साथ ही डॉक्टर आपको स्ट्रेस और बिजी लाइफस्टाइल से जुड़ी कई ऐसी चीजों के बारे में बताते हैं जिन्हें सही करके आप फर्टिलिटी की समस्या से निजात पा पा सकते हैं.

सीमन एनालिसिस ( Semen Analysis)- सीमन एनालिसिस में पुरुषों के स्पर्म हेल्थ और विकास क्षमता की पुष्टि होती है. सीमन की जांच को मुख्य तीन रूप में मापा जाता है, जिसमें स्पर्म काउंट, स्पर्म का आकार और स्पर्म की मूवमेंट शामिल है. 

योगा ( YOGA )- महिलाओं और पुरुष दोनों में ही योगा करने से इनफर्टिलिटी की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है. 

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