अडाणी ग्रुप ने जानिए कैसे एनडीटीवी को किया टेकओवर, किसी को भी नहीं लगी इसकी भनक

अडाणी ग्रुप ने न्यू दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड में 29 प्रतिशित की खरीदारी कर ली है। जानिए इतना बड़ा कदम कैसे और कब उठाया गया।

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अडाणी ग्रुप ने एक ऐसा कदम उठाया है, जिसके चलते बिजनेस की दुनिया में हालचल में मच गई है। अडाणी ग्रुप ने न्यू दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड में 29 प्रतिशित की खरीदारी कर ली है। गौतम अडाणी के एक ग्रुप का ये कहना है कि वह एक ओपन ऑफर भी साथ में लॉन्च करेंगे ताकि 26 प्रतिशत हिस्सेदारी और खरीदी जा सकें। हालांकि सिक्योंरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड के पास जो नोटिस भेजा गया है उसमें एनडीटी ने कहा कि अधिग्रहण की इंफॉर्मेशन उसे नहीं दी गई। कंपनी की तरफ से ये दावा किया गया है कि उसके संस्थापकों प्रणय रॉय और राधिक रॉय से इस बारे में किसी भी तरह की कोई बातचीत नहीं हुई है और ना ही उनसे किसी भी तरह की सहमति हासिल हुई है।  रॉय दंपती की एनडीटीवी में 32.26 प्रतिशत हिस्सेदारी है।


इस मामले में एनडीटीवी की तरफ से एक बयान जारी किया गया है। जिसमें ये कहा गया कि 'वे व्यक्तिगत रूप से और अपनी कंपनी RRPR होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से NDTV की कुल चुकता शेयर पूंजी का 61.45 प्रतिशत रखना जारी रखते हैं।' इतना ही नहीं अडाणी ग्रुप की तरफ से इस साल मई में ब्लूमबर्गक्विंट में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने की बात कही गई थी।


बता कम लोगों को ये पता है कि अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की सब्सिडियरी एएमजी मीडिया नेटवर्क्स ने मंगलवार के दिन विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड को खरीद लिया था। दरअसल वीसीपीएल ने 2009 और 2010 के अंदर एनडीटीवी की प्रमोटर कंपनी कहे जाने वाली आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड को 403.85 करोड़ रुपये का लोन दिया था। आरआरपीआर होल्डिंग का मालिकाना हक रॉय दंपती के पास था। इस ब्याज-मुक्त कर्ज के बदले आरआरपीआर ने वीसीपीएल को वॉरंट जारी किए। इन वॉरंट्स के आधार पर वीसीपीएल, आरआरपीआर में 99.9 प्रतिशत हिस्सेदारी ले सकती थी। ऐसे में वीसीपीएल को खरीदने के लिए अडानी ग्रुप ने इन्हीं वॉरंट्स का उपयोग किया।

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