"लोकतंत्र खतरे में नहीं बल्कि गांधी परिवार खतरे में हैं", अमित शाह ने राहुल गांधी पर बोला हमला

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "कल ही संसद समाप्त हुई. आज़ादी के इतिहास में कभी नहीं हुआ कि देश के बजट सत्र में चर्चा करे बिना संसद समाप्त हुई हो. विपक्ष के नेताओं ने सदन को चलने नहीं दिया.

  • 228
  • 0

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को कौशाम्बी पहुंचे. जहां वे कौशाम्बी महोत्सव का उद्घाटन किया. इस मौके पर राज्य के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी मौजूद रहे. इस दौरान महोत्सव को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला. 

बजट सत्र में चर्चा करे बिना संसद ही समाप्त हो गया

उन्होंने अपने भाषण में कहा, "कल ही संसद समाप्त हुई. आज़ादी के इतिहास में कभी नहीं हुआ कि देश के बजट सत्र में चर्चा करे बिना संसद समाप्त हुई हो. विपक्ष के नेताओं ने सदन को चलने नहीं दिया. इसका कारण कि राहुल गांधी को अयोग्य घोषित किया गया... राहुल गंधी इस सज़ा को चुनौती दें. आपने संसद के वक्त को बली चढ़ा दिया है."

लोकतंत्र नहीं गांधी परिवार खतरे में

गृह मंत्री अमित शाह ने गांधी परिवार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा, "सोनिया जी हों, राहुल जी हों या कोई भी हों मोदी जी को गाली गलोज के कीचड़ के अंदर कमल को और मजबूत कर खिलाया है. यह कहते हैं कि लोकतंत्र खतरे में हैं. लोकतंत्र खतरे में नहीं बल्कि आपका परिवार खतरे में हैं. आपने इस लोकतंत्र को जातिवाद, परिवारद और तुष्टिकरण के तीन नाखूनों में घेर कर रखा था."

एक भारत सर्वक्षेष्ठ भारत बनाना है

इस दौरान सीएम योगी ने महोत्सव को संबोधित किया. उन्होंने कहा, "PM मोदी बार-बार कहते हैं 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत'. हर ग्राम पंचायत, नगर निकाय, जनपद को अपनी स्थापना दिवस को मनाना चाहिए. मैं 2018 में यहां आया था और आज फिर केंद्रीय गृह मंत्री के साथ आया हूं. यह उत्साह अपनी परंपरा और विरासत को आगे बढ़ाने का भी है."

 पाकिस्तान के अंदर रोटी के लाले पड़े 

उन्होंने प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी की तारिफ करते हुए कहा, एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में पिछले 3 वर्षों से 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में अनाज मिल रहा है और दूसरी तरफ पाकिस्तान के अंदर रोटी के लाले पड़ रहे हैं. आज दुनिया भारत की तरफ देख रहा है कि सरकारें कैसे चलनी चाहिए.

13 मार्च को शुरु हुआ था बजट सत्र

बता दें कि संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण 13 मार्च से शुरू हुआ था जोकि 6 अप्रैल को समाप्त हुआ. इस दौरान सदन का ज्यादातर वक्त पक्ष और विपक्ष के बीच वार-पलटवार के चलते गतिरोध की भेंट चढ़ गया. बीजेपी नेता जहां राहुल गांधी से माफी मागने की मांग पर अड़े रहे तो वहीं कांग्रेस अडानी मामले में जेपीसी गठित करने की मांग करती रही. विपक्षी पार्टियां आरोप लगा रही हैं कि सरकार ने जानबूझकर संसद नहीं चलने दी. 

RELATED ARTICLE

LEAVE A REPLY

POST COMMENT