ज्येष्ठ मास का चौथा और अंतिम बड़ा मंगल श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा. कोरोना संक्रमण में कमी के साथ ही मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं, लेकिन पाबंदियों के बीच श्रद्धालुओं को बजरंगबली के दर्शन की इजाजत है. बिना घंटी बजाए और पूजा में फूल चढ़ाए श्रद्धालु कोरोना से मुक्ति, सुख-समृद्धि की कामना करेंगे. मंदिर में एक साथ केवल पांच भक्तों को प्रवेश की अनुमति है.
वहीं अमीनाबाद हनुमान मंदिर के पुजारी विनय पाठक ने बताया कि अंतिम बड़े मंगल पर श्रद्धालुओं को बजरंगबली के दर्शन कराने की पूरी तैयारी की जा रही है. बिना मास्क के किसी को भी मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी. किसी को भी ज्यादा देर तक मंदिर में नहीं रहने दिया जाएगा. हजरतगंज के दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर और अलीगंज के पुराने हनुमान मंदिर में भी श्रद्धालु बजरंगबली के दर्शन कर सकेंगे. लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते एहतियात के तौर पर घंटी बजाने और हाथों से फूल चढ़ाने की इजाजत नहीं दी गई है.
अलीगंज के नए हनुमान मंदिर में नहीं होंगे दर्शन
अलीगंज स्थित नए हनुमान मंदिर में अंतिम बड़े मंगल पर भी श्रद्धालुओं को मंदिर के अंदर प्रवेश नहीं मिलेगा. मंदिर के कार्यालय अधीक्षक राकेश दीक्षित ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर के फेसबुक पेज पर आरती का ऑनलाइन प्रसारण किया जाएगा. जब मंदिर के कपाट खोले जाते हैं तो भक्तों की भीड़ के बीच पांच-पांच भक्तों को देखना बहुत मुश्किल होता है. उन्होंने सभी भक्तों से घर पर रहकर हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करने की अपील की.
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