सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन और आजम खान हेट स्पीच के मामले में हुई सजा के बाद खाली हुई मैनपुरी की लोकसभा की सीट और रामपुर की विधानसभा की सीट पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान कर हो गया है.
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन और आजम खान हेट स्पीच के मामले में हुई सजा के बाद खाली हुई मैनपुरी की लोकसभा की सीट और रामपुर की विधानसभा की सीट पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान कर हो गया है. इलेक्शन कमीशन ने नोटिफिकेशन जारी करते हुए इन दोनों सीटो पर आगामी 5 दिसंबर को वोटिंग और 8 दिसंबर को मतगणना कराने का ऐलान कर दिया है.
बता दे कि, 2019 के लोकसभा चुनाव में चुने गए सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का बीते 10 सितंबर को निधन के हो जाने से मैनपुरी की सीट पर रिक्त हो गई है. वहीं 27 सितंबर को हेट स्पीच मामले में समाजवादी पार्टी के दिग्गज एवं वरिष्ठ नेता और रामपुर से विधायक आजम खान को कोर्ट ने 3 साल की सजा हो जाने से रामपुर की विधानसभा की सीट खाली हो गई है. इसके चलते चुनाव आयोग ने 5 नवंबर को यानी की आज लोकसभा और विधानसभा की दोनों रिक्त सीटो पर चुनाव कराने का ऐलान कर दिया है.
चुनाव आयोग द्वारा जारी किये गये नोटिफिकेशन के मुताबिक आगामी 10 नवंबर से 17 नवंबर तक नामांकन किया जायेगा. 18 नवंबर को नामांकन पत्र की जांच की जायेगी. 21 नवंबर तक नाम वापसी की जा सकेगी. और फिर 5 दिसंबर को मतदान के बाद 8 दिसंबर को मतगणना की जायेगी.
चुनाव आयोग के द्वारा मैनपुरी और रामपुर की सीट पर उपचुनाव की तिथियों की घोषणा करने के बाद सपा की मुश्किलें बढ़ गई हैं. क्योंकि यह दोनों सीटो पर सपा का गढ़ माना जाता है. ऐसे में सपा को दोनों सीटों को बचाने में पूरी जद्दोजहद करनी करनी पड़ेगी. उधर बीजेपी भी सपा के गढ़ को भेदने की पूरी कोशिश करेगी.
कयास लगाए जा रहे हैं कि मैनपुरी से सपा यादव परिवार से अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव या धर्मेंद्र यादव या फिर तेज प्रताप यादव में से किसी एक को उम्मीदवार बनाया जाएगा. तो वहीं रामपुर से भी इस बार आजम खान की बहू भी चुनाव लड़ सकती हैं. ऐसे में भाजपा भी अब जल्द ही इन सीटो पर सपा के उम्मीदवारों को जोरदार टक्कर देने वाले अपने प्रत्याशीयों के नाम का ऐलान कर सकती है.