महाराष्ट्र में सरकार बदलने के साथ ही अब कई परियोजनाओं में तेजी के संकेत दिख रहे हैं. राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जानकारी दी है कि राज्य में मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना (रेलवे परियोजना) को सभी मंजूरी मिल गई है. बुलेट ट्रेन (बुलेट ट्रेन) मोदी सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है. भाजपा का आरोप है कि एमवीए सरकार ने परियोजना को धीमा कर दिया है. सरकार बदलने से कयास लगाए जा रहे थे कि बुलेट ट्रेन योजना को गति मिलेगी. सरकार में बदलाव के साथ ही रेल मंत्री ने पिछले सप्ताह उम्मीद जताई थी कि नई सरकार से अब इस परियोजना को गति मिलने की उम्मीद है.
महाराष्ट्र में बुलेट ट्रेन के काम में आएगी तेजी
वहीं, हाल ही में राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि मैंने इस मामले पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से बात की है और हम महाराष्ट्र में बुलेट ट्रेन परियोजना को गति देने पर सहमत हुए हैं. उन्होंने कहा कि वह इस परियोजना पर सिर्फ इसलिए जोर नहीं दे रहे हैं क्योंकि यह एक बुलेट ट्रेन है, बल्कि इसलिए कि यह यातायात का एक नया युग है. उन्होंने एमवीए सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ कारणों से पिछली सरकार ने भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को रोक दिया था. वहीं, बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में टर्मिनल का निर्माण रोक दिया गया था. इससे महाराष्ट्र में जिस गति से गुजरात में काम हो रहा है, वह नहीं हो सका. हालांकि, अब इस प्रोजेक्ट में तेजी लाई जाएगी.
2026 तक बुलेट ट्रेन चलाने का लक्ष्य
रेल मंत्री ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि सूरत और बिलमोरा स्टेशन के बीच पहली बुलेट ट्रेन साल 2026 तक शुरू हो जाएगी. उनके मुताबिक 70 किलोमीटर के रूट पर पिलर तैयार किए गए हैं. वहीं, अहमदाबाद से वापी के बीच 160 किलोमीटर के रूट पर नींव का काम हो चुका है. वहीं बीच रास्ते में पड़ने वाली 8 नदियों पर पुल बनाने का काम चल रहा है. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे सरकार इस परियोजना को लेकर उत्साह नहीं दिखा रही है. लेकिन अब गुजरात की तरह महाराष्ट्र में भी काम रफ्तार पकड़ सकता है. अधिकारियों ने जानकारी दी है कि 2026 में 350 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बुलेट ट्रेन का ट्रायल किया जाएगा.
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