किसानों ने टाला दिल्ली मार्च, साथियों के याद में निकालेंगे कैंडल मार्च

न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी समेत कई मांगों को लेकर किसान 11 दिन से धरने पर बैठे हुए हैं, इसी बीच किसानों ने 'दिल्ली मार्च' का प्लान बनाया, लेकिन इसे 29 फरवरी तक टाल दिया गया है।

प्रतीकात्मक तस्वीर
  • 81
  • 0

न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी समेत कई मांगों को लेकर किसान 11 दिन से धरने पर बैठे हुए हैं, इसी बीच किसानों ने 'दिल्ली मार्च' का प्लान बनाया, लेकिन इसे 29 फरवरी तक टाल दिया गया है। इस पूरे मामले की जानकारी संयुक्त किसान मोर्चा ने दी है, अभी भी किसान पंजाब, हरियाणा और शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हैं। इसी दौरान शंभू बॉर्डर पर युवा किसान शुभकरण सिंह की मौत के बाद किसानों में आक्रोश का माहौल देखा जा रहा है। 

कब निकाली जाएगी कैंडल मार्च

बता दें कि, सभी किसानों ने मिलकर एक नई मांग की है जिसमें यह कहा गया है कि, शुभकरण को शहीद का दर्जा दिया जाए और उसे मुआवजा मुहैया कराया जाए। पंजाब सरकार की तरफ से शुभकरण के परिवार को एक करोड़ रुपए का मुआवजा और बहन को सरकारी नौकरी की घोषणा की गई है। वहीं, किसानों की बात करें तो वह परिवार और किसान नेता हत्या के आरोपियों पर एफआईआर दर्ज होने तक शुभकरण का अंतिम संस्कार न करने की बात कह रहे हैं। इस पूरे मामले को लेकर अभी भी तनाव बना हुआ है, इसके बाद 24 मार्च को किस शुभकरण सिंह की याद में कैंडल मार्च निकाला जाएगा।

क्या है 29 फरवरी तक का प्रोग्राम

  • 24 फरवरी को देशभर में शाम को शहीद शुभकरण सिंह और अन्य तीन शाहिद किसानों की याद में कैंडल मार्च आयोजित किया जाएगा।
  • 25 फरवरी की बात करें, तो इस दिन शंभू और खनौरी बॉर्डर पर WTO के विषय में सम्मेलन करके देश भर के किसानों को जागरूक किया जाएगा।
  • 26 फरवरी को गांवों में WTO के पुतले फूंके जाएंगे, दोपहर 3 बजे बड़े पुतले शंभू और खनौरी बॉर्डर पर फूंके जाएंगे।
  • 27 फरवरी को दोनों फोरम की राष्ट्रीय स्तर की बैठक आयोजित की जाएगी।
  • 28 फरवरी को दोनों फोरम की साझा बैठा का आयोजित होगी।
  • 29 फरवरी को किसान आंदोलन के आगामी बड़े फैसले का ऐलान किया जाएगा।


पुलिस और किसानों की हुई झड़प

बता दें कि, हरियाणा के हिसार में किसानों और पुलिस के बीच झड़प हुई थी, किसान खनौरी बॉर्डर जाने के लिए खेड़ी चौपटा पर इकट्ठा हुए थे। पुलिस किसानों को आगे बढ़ने से रोक रही थी, इसके बाद तगड़ा बवाल हुआ पुलिस ने किसानों पर आंसू गैस के गोले बरसाए। वहीं, दूसरी तरफ पुलिस ने यह भी आरोप लगाया की किसानों को रोके जाने पर उन्होंने पुलिस कर्मियों पर पत्थरबाजी की, इसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज किया और कई किसानों को हिरासत में ले लिया।

RELATED ARTICLE

LEAVE A REPLY

POST COMMENT