जयपुर बम ब्लास्ट केस का फैसला, फांसी की सजा वाले आरोपी हुए बरी

जयपुर बम ब्लास्ट मामले में मौत की सजा पाए चारों दोषियों को बरी कर दिया गया है. जयपुर हाईकोर्ट ने चारों दोषियों के डेथ रेफरेंस को खारिज कर दिया है. ट्रायल कोर्ट ने चारों दोषियों को फांसी की सजा सुनाई थी.

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जयपुर बम ब्लास्ट मामले में मौत की सजा पाए चारों दोषियों को बरी कर दिया गया है. जयपुर हाईकोर्ट ने चारों दोषियों के डेथ रेफरेंस को खारिज कर दिया है. ट्रायल कोर्ट ने चारों दोषियों को फांसी की सजा सुनाई थी. हाईकोर्ट ने सभी सबूतों को खारिज करते हुए चारों को बरी कर दिया है. हाईकोर्ट के फैसले के बाद चारों दोषियों के वकील सैयद अली ने बताया कि यह न्याय की जीत है. पिछले 16 साल से हम इंसाफ के लिए लड़ रहे थे.

अधिकारी को कानूनी ज्ञान नहीं

हाईकोर्ट ने बुधवार को 28 अपीलों को स्वीकार कर यह फैसला सुनाया है. जस्टिस पंकज भंडारी और समीर जैन की बेंच ने कहा- 'जांच अधिकारी को कानूनी ज्ञान नहीं है. इसलिए डीजीपी को उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा गया है. साल 2019 में जयपुर बम ब्लास्ट मामले में फैसला सुनाते हुए निचली अदालत ने 4 आरोपियों मोहम्मद सैफ, सैफुर रहमान, सरवर आजमी और मोहम्मद सलमान को इस मामले में दोषी ठहराया था. अदालत ने आरोपी को यूएपीए की विभिन्न धाराओं के तहत दोषी ठहराया. एक आरोपी को बरी भी कर दिया गया। इस मामले में कुल 5 आरोपी थे.

अहमदाबाद और दिल्ली में धमाके

निचली अदालत ने सजा सुनाते हुए कहा था कि धमाके के पीछे जिहादी मानसिकता है. यह मानसिकता यहीं नहीं रुकी. इसके बाद अहमदाबाद और दिल्ली में भी धमाके किए गए. अदालत ने चारों को हत्या, राजद्रोह और विस्फोटक अधिनियम के तहत दोषी पाया.

दोषियों को बड़ी राहत

13 मई 2008 को जयपुर में हुए सिलसिलेवार धमाकों से पूरा गुलाबी शहर दहल उठा था. इस बम धमाके में 71 लोगों की जान चली गई थी. इस मामले को लेकर लंबी लड़ाई चल रही थी. जिसमें राजस्थान हाईकोर्ट ने ब्लास्ट से जुड़े चारों दोषियों को बड़ी राहत दी है. जहां उन्हें कोर्ट ने बरी भी कर दिया है. विशेष अदालत ने 20 दिसंबर 2019 को मामले में मौत की सजा का ऐलान किया था.

जयपुर दहल उठा 

13 मई 2008 को माणक चौक, चांदपोल गेट, बड़ी चौपड़, छोटी चौपड़, त्रिपोलिया गेट, जौहरी बाजार और सांगानेरी गेट पर एक के बाद एक बम धमाकों से जयपुर दहल उठा था. देर शाम हुए बम धमाकों में 71 लोगों की मौत हो गई थी. 185 लोग घायल हो गए. रामचंद्र मंदिर के पास से एक जिंदा बम बरामद हुआ, जिसे बम निरोधक दस्ते ने निष्क्रिय कर दिया. अब आज फैसले के बाद एक बार फिर माहौल तनावपूर्ण हो गया है.


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