किसी भी खेल को खेलने के लिए एक मरियादा और सम्मान दोनों का होना बहुत ही ज्यादा जरूरी होता है। यदि ये दोनों चीजें किसी खेल में मौजूद नहीं होती है तो इससे खेल का रंग भंग हो जाता है। ऐसा ही कुछ भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हाल ही में खेल गए सिडनी टेस्ट के दौरान होता हुआ देखा गया। जहां भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज पर नस्लवादी टिप्पणी की गई थी। लेकिन अब इससे जुड़ा एक ऐसा हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जिसमें ये पता लगा है कि उन छह दर्शकों को क्लीन चिट दे दी गई है जिन्हें उस घटना के बाद मैदान से बाहर कर दिया गया था।
इस मामले को लेकर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद को अपनी रिपोर्ट सौंपने का काम किया है। इस संदर्भ में सीए के इंटीग्रिटी और सिक्योरिटी प्रमुख सीन कारोल का ये कहना है कि सीए इस बात की पुष्टि करता है कि भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्यों के खिलाफ नस्लवादी टिप्पणियों का इस्तेमाल किया गया था। इस मामले में सीए की जांच फिलहाल जारी है। इसी के आधार पर सीसीटीवी फुटेज को देखे जा रहे हैं। साथ ही टिकटों के जो भी आंकड़े हैं वो भी अच्छी तरह से जांच जा रहे हैं। लगातार इस मामले को लेकर पुलिस ने भी पूछताछ जारी है। उन्होंने कहा कि जांच से पता चला है कि मीडिया ने सिडनी टेस्ट के चौथे दिन 86वें ओवर में दीर्घा में जिन दर्शकों की तस्वीरें ली थी, उन्होंने नस्लीय टिप्पणियां नहीं की थी।
इस घटना को लेकर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया एक बार फिर से भारतीय टीम से माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि घटना के वक्त भी हमने ये कहा था कि इस तरह का बर्ताव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के मेजबान होने के नाते हम भारतीय क्रिकेट टीम से इसको लेकर माफी मांगते हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सीए को न्यू साउथवेल्स पुलिस से जांच खत्म होने की पुष्टि का इंतजार है। वो जब तक मिल नहीं जाता है तब तक कोई बयान जारी नहीं किया जाएगा।
मोहम्मद सिराज हुए थे शिकार
तीसरे टेस्ट के चौथे दिन मोहम्मद सिराज ने दर्शकों की तरफ से नस्लीय टिप्पणियों को करने की शिकायत की थी जिसके बाद कुछ वक्त के लिए खेल को रोकना पड़ गया था। इसके बाद पुलिस ने छह दर्शकों को मैदान से बाहर कर दिया था। इस घटना के बाद बीसीसीआई ने शिकायत दर्ज कराई थी।
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