फट गया मणिपुर सीएम बीरेन सिंह का इस्तीफा, वायरल हुई तस्वीर

मणिपुर में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह फिलहाल अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे. उन्होंने ट्वीट कर अपने फैसले का ऐलान किया.

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मणिपुर में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह फिलहाल अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे. उन्होंने ट्वीट कर अपने फैसले का ऐलान किया. उन्होंने लिखा, 'इस महत्वपूर्ण मोड़ पर मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि मैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं दूंगा.' पहले अटकलें थीं कि वह राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात करेंगे और अपना इस्तीफा सौंपेंगे. अटकलें ये भी लगाई जा रही थीं कि केंद्र सरकार राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा सकती है. अब सीएम के ऐलान के साथ ही उनके इस्तीफे की अटकलों पर विराम लग गया है.

इस्तीफा नहीं देना चाहिए

इस्तीफे की खबर सुनते ही बीरेन सिंह के समर्थक उनके आवास के बाहर जमा हो गये और उनसे इस्तीफा नहीं देने का अनुरोध किया. इसके साथ ही बीरेन सिंह के समर्थन में इंफाल में मुख्यमंत्री आवास के पास बड़ी संख्या में महिलाएं एकत्र हुईं. एक महिला ने कहा कि हम नहीं चाहते कि सीएम इस्तीफा दें, उन्हें इस्तीफा नहीं देना चाहिए. वह हमारे लिए बहुत काम कर रहे हैं.

Manipur CM N Biren Singh may resign, मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह इस्तीफा  दे सकते हैं, मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने राज्यपाल से मिलने के लिए वक्त  मांगा है

बीरेन सिंह का समर्थन

मणिपुर के एक स्थानीय निवासी का कहना है कि हम दो महीने से मणिपुर में हिंसा का सामना कर रहे हैं. हम उस दिन का इंतजार कर रहे हैं जब भारत सरकार और मणिपुर सरकार इस संघर्ष को लोकतांत्रिक तरीके से हल करेंगी. ऐसे में अगर मणिपुर के सीएम इस्तीफा दे देंगे तो यहां के लोग कैसे रहेंगे, हमारा नेतृत्व कौन करेगा? मैं नहीं चाहता कि वह इस्तीफा दें. हमें उन पर भरोसा है. देखिए कैसे मणिपुर के सीएम बीरेन सिंह का समर्थन करने वाली महिलाओं ने उनका इस्तीफा पत्र फाड़ दिया.

पीएम मोदी को ज्ञापन

मणिपुर में 3 मई से जारी हिंसा ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह और उनकी सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. विपक्ष उन पर कानून-व्यवस्था न संभाल पाने का आरोप लगा रहा है. वहीं, राज्य के नौ विधायकों ने भी प्रधानमंत्री कार्यालय में पीएम मोदी को ज्ञापन सौंपकर प्रदेश नेतृत्व पर सवाल उठाए थे. विधायकों ने दावा किया था कि मुख्यमंत्री और राज्य सरकार ने लोगों के बीच अपना विश्वास खो दिया है। इस बीच एन बीरेन सिंह पर आदिवासी विरोधी एजेंडे को बढ़ावा देने का भी आरोप लग रहा है.

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