मध्य प्रदेश के बैतूल में 6 दिसंबर को बोरवेल में गिरे आठ साल के तन्मय साहू की शनिवार को बाहर निकालने के बाद मौत हो गई। बैतूल जिला प्रशासन के अनुसार एंबुलेंस से बच्चे को बैतूल जिला अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), होमगार्ड और स्थानीय पुलिस कर्मी पिछले चार दिनों से इस काम को लेकर लगे हुए थे।
अपर कलेक्टर शमेंद्र जायसवाल ने बुधवार को बताया कि तन्मय की ओर से कोई जवाब नहीं मिल रहा है जिससे चिंता और बढ़ गई है। मिली जानकारी के मुताबिक तन्मय को ऑक्सीजन और खाने का सामान दिया जा रहा था और कैमरे की मदद से संपर्क स्थापित किया गया था। तन्मय की मां ज्योति साहू ने ये आरोप लगाया था, "मुझे मेरा बच्चा दे दो, चाहे वह कुछ भी हो। क्या इतना समय लगेगा, भले ही वह किसी नेता या अधिकारी का बच्चा हो?" उन्होंने आरोप लगाया, "इतना समय बीत चुका है और वे कुछ नहीं कह रहे हैं। यहां तक कि मुझे देखने भी नहीं दे रहे हैं।"
उसके पिता सुनील साहू ने अपनी बात रखते हुए कहा था, "मेरी 12 साल की बेटी ने उसे बोरवेल में गिरते हुए देखा और मुझे घटना की जानकारी दी। हम तुरंत मौके पर पहुंचे। उसकी सांसें चल रही थीं और हमने पूछताछ करते हुए उसकी आवाज सुनी। बचाव अभियान। 6 दिसंबर को शाम 6 बजे से शुरू किया गया था।" बचाव कार्य में इतना समय लगने के बारे में पूछे जाने पर प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा कि जमीन में बड़े-बड़े पत्थर थे जिससे बच्चे तक सीधे पहुंचना मुश्किल हो गया था। उन्होंने बच्चे को बचाने के लिए एक गड्ढा खोदने और एक सुरंग बनाने का विकल्प चुना।
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