कोरोना महामारी के खिलाफ जंग को आगे बढ़ाते हुए अब भारत में 15 से 18 साल के बच्चों का टीकाकरण किया जा रहा है. ऐसे में अब भारत में नेजल वैक्सीन के ट्रायल की भी इजाजत दे दी गई हैं.
कोरोना महामारी के खिलाफ जंग को आगे बढ़ाते हुए अब भारत में 15 से 18 साल के बच्चों का टीकाकरण किया जा रहा है. इसकी घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की. वहीं रजिस्ट्रेशन 1 जनवरी 2022 से शुरू हुआ जबकि टीकाकरण 3 जनवरी से शुरू हुआ. इसके साथ-साथ भारत में नेजल वैक्सीन (नाक के जरिए दी जाने वाली वैक्सीन) के ट्रायल की इजाजत दे दी गई है. भारत के औषधि महानियंत्रक की विषय विशेषज्ञ समिति ने भारत बायोटेक को यह अनुमति दी है. परीक्षण सफल होने के बाद, नाक के टीके को बूस्टर खुराक के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा.
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बच्चों का टीकाकरण
दिल्ली ने हाल ही में अपनी 18+ आबादी का 100 प्रतिशत टीकाकरण पूरा किया है, लेकिन कोरोनो वायरस के खिलाफ 15-18 वर्ष आयु वर्ग के टीकाकरण के लिए गति प्राप्त करना अभी बाकी है. पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश जैसे राज्य जिनकी 15-18 आयु वर्ग में बड़ी आबादी है, वे भी विशेष समूह टीकाकरण अभियान में पिछड़ रहे हैं.
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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने नवीनतम बुलेटिन में बताया कि 15 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के 81 बच्चों को दो दिनों में पहला शॉट मिला है. इस बीच, भारत का कोविड-19 टीकाकरण कवरेज बुधवार को 147.72 करोड़ को पार कर गया. मंगलवार शाम 7 बजे तक 87 लाख से अधिक वैक्सीन की खुराक पिलाई गई.