ब्यूरोक्रेसी वही, अधिकारी-कर्मचारी वही, लेकिन परिणाम बदल गए हैं, लोक सेवा दिवस पर बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा, देश को आजादी के अमृतकाल तक लाने के लिए उन अधिकारियों की बड़ी भूमिका रही जो 15-25 साल पहले इस सेवा में आए हैं

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिविल सेवा दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में सिविल सेवकों को संबोधित करने के कार्यक्रम में हिस्सा लिए. विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान पीएम ने लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए पुरस्कार भी दिए. इस दौरान केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह मौजूद रहे.

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव को मिला पीएम पुरस्कार 2022 

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नवाचार के अंतर्गत राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय से केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण को लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार 2022 दिया गया. इस दौरान पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित भी किया और बधाई भी दी.

पीएम मोदी  ने दी बधाई 

पीएम मोदी ने संबोधित करते हुए कहा, आप सभी को सिविल सेवा दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं. इस साल का सिविल सेवा दिवस बहुत अधिक महत्वपूर्ण हैं. यह ऐसा समय है जब देश अपनी आजादी के 75 वर्ष पूरे किए हैं.

अमृतकाल में युवा अधिकारियों की सबसे बड़ी भूमिका

प्रधानमंत्री ने कहा, देश को आजादी के अमृतकाल तक लाने के लिए उन अधिकारियों की बड़ी भूमिका रही जो 15-25 साल पहले इस सेवा में आए हैं और अब आजादी के इस अमृतकाल में उन युवा अधिकारियों की भूमिका सबसे बड़ी है जो अगले 15-25 साल इस सेवा में रहने वाले हैं. आपको इस कालखंड में देश की सेवा करने का मौका मिल रहा है. 

इरादे आसमान से भी ज्यादा ऊंचे

पीएम ने कहा, आजादी के अमृतकाल में देश की स्वाधीनता सेनानियों के सपनों को पूरा करने का दायित्व हम सभी पर है. हमारे पास समय कम है लेकिन सामर्थ्य भरपूर है, हमारे लक्ष्य कठिन हैं लेकिन हौसला कम नहीं है, हमें पहाड़ जैसी ऊंचाई भले ही चढ़नी हैं लेकिन इरादे आसमान से भी ज्यादा ऊंचे हैं. पिछले 9 वर्षों में अगर भारत के विकास को नई गति मिली है तो ये भी आपकी भागीदारी के बिना संभव नहीं था

ब्यूरोक्रेसी वही हैं, अधिकारी-कर्मचारी वही हैं

पिछले 9 वर्षों में भारत आज जहां पहुंचा है, उसने हमारे देश को बहुत ऊंची छलांग के लिए तैयार कर दिया है. देश में ब्यूरोक्रेसी वही है, अधिकारी-कर्मचारी वही हैं लेकिन परिणाम बदल गए हैं. पिछले 9 वर्षों में भारत अगर विश्व पटल पर एक विशिष्ट भूमिका में आया है तो इसमें आपका सहयोग भी रहा है.

लोक सेवकों को प्रेरित करने के लिए उपयुक्त यह मंच 

बता दें कि यह कार्यक्रम देश भर के लोक सेवकों को प्रेरित करने का प्रधानमंत्री के लिए एक उपयुक्त मंच है, जिससे अधिकारी विशेष रूप से अमृतकाल के इस महत्वपूर्ण चरण के दौरान उत्साह के साथ राष्ट्र की सेवा करते रहें. लोक सेवा पुरस्कार आम नागरिकों के कल्याण के लिए केंद्र और राज्य सरकारों की योजनाओं के बेहतर और प्रभावी क्रियान्वयन के लिए अधिकारियों को प्रदान किया जाता है. इस साल चार चिह्नित प्राथमिकता कार्यक्रमों में किए गए अनुकरणीय कार्यों के लिए पुरस्कार दिए गए.

लिखित परीक्षा 15 भाषाओं में होंगी

वहीं केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि, अभी कुछ ही दिन पहले SSC द्वारा की जा रही नियुक्तियों के लिए अब लिखित परीक्षा 15 भाषाओं में होंगी. 13 क्षेत्रीय और हिंदी एवं अंग्रेजी है. यदि ईज ऑफ गवर्नेंस का अर्थ है ईज ऑफ लिविंग है तो ऐसे नियम जो आम नागरिकों को दुविधा पैदा कर रहे थे या समय बीतने के साथ अपना औचित्य धो बैठे थे उनको समाप्त किया गया. 

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