सिसोदिया की गिरफ्तारी पर बोले अखिलेश यादव, कहा- भाजपा विपक्षी राजनीतिक शक्तियों को झूठे मुक़दमों में फँसा रही है

खिलेश यादव ने मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी पर कहा,

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सीबीआई (CBI) ने दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को करीब आठ घंटे की पूछताछ के बाद रविवार शाम गिरफ्तार कर लिया है. आज उनको दोपहर 1 बजे राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया जाएगा. सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद से आप के नेताओं और कार्यकर्ताओं में काफी नाराजगी हैं. इस बीच समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया आई है. 

अखिलेश यादव ने मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी पर कहा, "दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाले मनीष सिसोदिया जी को गिरफ़्तार करके भाजपा ने साबित कर दिया है कि भाजपा शिक्षा ही नहीं बल्कि दिल्ली के बच्चों के भविष्य के ख़िलाफ़ भी है. दिल्ली की जनता इसका जवाब अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा को सातों सीटें हराकर देगी."

भाजपा ने 2024 से पहले हार मान चुकी है: अखिलेश 

अखिलेश यादव ने कहा कि "मनीष सिसोदिया की गिरफ़्तारी ने साबित कर दिया है कि भाजपा सरकार 2024 से पहले ही अपनी हार मान चुकी है, इसीलिए अलग-अलग प्रदेशों में विपक्षी राजनीतिक शक्तियों को झूठे मुक़दमों में फँसा रही है, लेकिन संघर्षशील लोग जेल जाने से नहीं डरते. सच को भला कब तक गिरफ़्तार रखा जा सकता है".

बीजेपी के पास महंगाई और बेरोजगारी का जवाब नहीं: अखिलेश 

यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि, "अगर SBI, LIC के अधिकारियों ने निजी कंपनी में पैसा लगाया तो उन अधिकारियों के ख़िलाफ़ जांच कर जेल भेजना चाहिए. लेकिन जेल वह जा रहे जो सुधार कर रहे हैं. मित्र की पहचान बुरे दिन में होती. भाजपा बताए कि क्या वह अपने मित्र के साथ हैं या नहीं."  उन्होंने आगे कहा, "जब से BJP सत्ता में आई तब से उनकी कोशिश रही है कि वह केंद्रीय संस्थाओं का गलत इस्तेमाल करें. भाजपा लगातार विपक्षी नेताओं के ख़िलाफ़ CBI, ED, IT की जांच चला रही है. जिससे लोकसभा चुनाव को प्रभावित कर सके. इनके पास महंगाई, बेरोज़गारी का जवाब नहीं है".

लोकतंत्र खत्म हो चुका है: गोपाल राय

वहीं दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने कहा" जिस तरह से मनीष सिसोदिया की गिरफ़्तारी हुई और अडानी से यारी जारी है. यह सवाल उठाता है कि देश में लोकतंत्र खत्म हो चुका है. यह सारे मंत्रियों को गिरफ़्तार कर लें उसके बाद भी सरकार और लड़ाई भी चलेगी. वह बताएं कि उन्होंने छापे किए उसमें क्या मिला?"

दरअसल, सीबीआई के अधिकारी सिसोदिया के जवाब से संतुष्ट नहीं थे और उन्होंने आरोप लगाया कि सिसोदिया जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे. जिसके परिणामस्वरूप उन्हें गिरफ्तार किया गया. सीबीआई ने एक बयान में कहा, 'उन्होंने टालने वाले जवाब दिए और सबूत दिखाए जाने के बाद भी उन्होंने जांच में सहयोग नहीं किया. इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया है.'


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