भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि आर्थिक सुधार के संकेत दिखाई दे रहे हैं क्योंकि विभिन्न संकेतकों ने सकारात्मक वृद्धि दिखाई है और इसलिए बैंकों को निवेश चक्र के पुनर्जीवित होने के लिए तैयार रहना चाहिए. उन्होंने कहा, "इस बात के संकेत हैं कि त्योहारी सीजन की वजह से खपत की मांग मजबूत वापसी कर रही है. इससे फर्मों को क्षमता का विस्तार करने और अनुकूल वित्तीय परिस्थितियों के बीच रोजगार के साथ-साथ निवेश को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए."
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श्री दास ने कहा कि बैंकों की सकल गैर-निष्पादित संपत्ति (एनपीए) ने जून 2021 के स्तर की तुलना में सितंबर 2021 में सुधार दिखाया है और वित्तीय संस्थानों से अपनी पूंजी प्रबंधन प्रक्रिया को तेज करने का आह्वान किया है. भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) द्वारा आयोजित एक बैंकिंग सम्मेलन को संबोधित करते हुए, श्री दास ने कहा कि पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती से लोगों की क्रय शक्ति में और वृद्धि होगी.
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक व्यय निवेश-आधारित वसूली को आगे बढ़ाने में एक प्रमुख भूमिका निभाएगा, साथ ही यह आशा व्यक्त करते हुए कि देश में कोरोनोवायरस महामारी के बाद के परिदृश्य में स्थिर गति से बढ़ने की क्षमता है.
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