डिप्टी सीएम श्रेष्ठा ठाकुर के साथ धोखाधड़ी, पति ने फर्जी अधिकारी बनकर रचाई शादी

उत्तर प्रदेश से इस समय बड़ी खबर आ रही है जहां पर महिला डिप्टी सीएम के साथ ठगी का मामला सामने आया है। बता दें कि महिला के साथ शख्स ने फर्जी आईआरएस अधिकारी बनकर शादी कर ली इसके बाद लाखों रुपए की धोखाधड़ी की।

डिप्टी सीएम श्रेष्ठा ठाकुर
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उत्तर प्रदेश से इस समय बड़ी खबर आ रही है जहां पर महिला डिप्टी सीएम के साथ ठगी का मामला सामने आया है। बता दें कि महिला के साथ शख्स ने फर्जी आईआरएस अधिकारी बनकर शादी कर ली इसके बाद लाखों रुपए की धोखाधड़ी की। सूत्रों के अनुसार मैट्रिमोनियल साइड पर शख्स ने अपनी फर्जी पहचान बनाई और महिला से शादी कर ली। शादी के कुछ समय बाद जैसे ही महिला को अपने साथ हुए इस धोखेबाजी का पता चलता है, तो वह अपने पति से तलाक ले लेती है। इतना ही नहीं महिला ने अपने पति पर गाजियाबाद के कौशांबी थाना क्षेत्र में मुकदमा दर्ज कराया है।

क्या है पूरा मामला

बता दें कि, अधिकारी श्रेष्ठा ठाकुर इस समय 2012 बैच की पीपीएस अधिकारी हैं और वह अभी यूपी के शामली में तैनात है। इस महिला अधिकारी को उनके तेज तर्रार पुलिस अधिकारी के रूप में पहचाना जाता है। गाजियाबाद के कौशांबी में दी गई शिकायत के अनुसार, यह बताया गया है कि 2008 में उनकी शादी रोहित राज नामक एक शख्स से हुई थी जिनकी पहचान उनसे मैट्रिमोनियल साइट के जरिए हुई इस दौरान रोहित ने खुद को 2008 बैच का आईआरएस अधिकारी बताया था।

धोखेबाज पति से लिया तलाक

धोखाधड़ी करने वाले शख्स ने खुद की तैनाती महिला अधिकारी को रांची डिप्टी कमिश्नर के तौर पर बताया था। इतना ही नहीं शादी के समय शख्स द्वारा धोखाधड़ी की गई थी इसकी जानकारी महिला को शादी के कुछ महीने बाद लगी। महिला को यह पता लग चुका था की उनका पति कोई आईआरएस अधिकारी नहीं है, लेकिन उन्होंने अपनी शादी को बचाए रखने के लिए अपने पति का कहना माना और अपनी शादी को बचाने का प्रयास किया। पति की धोखाधड़ी की आदत बढ़ती चली गई वह अन्य लोगों को भी अपने ठगी का शिकार बनाने लगे वह अपनी महिला अधिकारी पत्नी के नाम से लोगों को डराते और धमकाते थे और पैसे ऐंठते थे। महिला अधिकारी के लिए यह सब हद से बाहर होने लगा इसके बाद उन्होंने अपनी शादी के 2 साल बाद धोखेबाज पति से तलाक ले लिया।

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