क्या हुआ ऐसा कि बिक गया "धरती का स्वर्ग"? स्वर्ग का नया मालिक कौन है? कितने में ख़त्म हो गया ये स्वर्ग? आखिर कैसी दिखती है ये खूबसूरत जघ? चलिए देते हैं आपको हर डिटेल!
क्या हुआ ऐसा कि बिक गया "धरती का स्वर्ग"? स्वर्ग का नया मालिक कौन है? कितने में ख़त्म हो गया ये स्वर्ग? आखिर कैसी दिखती है ये खूबसूरत जघ? चलिए देते हैं आपको हर डिटेल।
सोचिए कितना मजबूर होगा वो देश जिसके चंद पैसे के लिए बेचना पड़ जाए अपना ही शहर। किसी देश के लिए अपना शहर बेचना उतना ही दर्दनाक होगा, जितना अपने शरीर के लिए किसी अंग को खुद से अलग करना। शायद कुछ ऐसा ही दर्द से इस समय समझ में आ रहा है मिसरा। जी हां, बेहद मुफलिसी में जी रहे इस देश ने एक-एक करके अपने कई प्रमुख शहर गंवा दिए। या उन्हीं में से एक है, धरती का स्वर्ग कहीं जाने वाली ये खूबसूरत जगह।
"धरती का स्वर्ग" कहाँ बिका?
रिपोर्ट्स की माने तो काफी समय से मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सीसी द्वारा इस शहर को बेचने की बात कहीं जा रही थी। लेकिन अब जाकर इस मामले पर अधिकारी मुहर लगी है। दरअसल समुद्र के किनारे मिस्र के इस ऐतहासिक शहर का नाम है "रस अल हिकमा"।
विश्व प्रसिद्ध पर्वत दृश्य देने वाला ये शहर दुनिया के सबसे ज्यादा खूबसूरत शहर में से एक है। सुंदर समुद्र तट, साफ पानी, या शांत महौल के लिए मशहूर ये जेजीएच अर्थव्यवस्था के लिहाज़ से मिसरा की जीवन रेखा रहा है। कई स्नॉर्कलिंग या डाइविंग के शौकीन यहां अद्भुत समुद्री जीवन देखने के लिए आते हैं। पर्यटन के मामले में करोड़ो सैलानियों का दिल जीत लेने वाला ये शहर 35 अरब डॉलर में बिक गया।
मालिक किसने बनाया?
मिस्र के इस शानदार शहर को संयुक्त अरब अमीरात ने अपना नाम कर लिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक ख़रीदने के बाद ही यूएई ने वहां कई प्रोजेक्ट्स पर जल्द ही काम शुरू होने की बात भी कही। याही नहीं, बाल्की इस देश ने स्वर्गरूपी रास अल हिकमा में लगभाग 150 अरब डॉलर का निवेश प्लान भी बनाया है जिसमें मिसरा की 35% साझेदारी रहेगी। आपको बता दें कि अगर ये योजना कामयाब रही तो आर्थिक तंगी से जूझ रहे इस शहर के इतिहास में ये सबसे बड़ा निवेश होगा।
'स्वर्ग' क्यों बिका?
जैसा ही हमने आपको बताया कि फिलहाल मिश्रा की आर्थिक स्थिति बेहद खराब चल रही है। विदेशी मुद्रा भंडार ख़त्म होने की कगार पर हैं या इसी के चलते उसके स्थानीय संस्थानों पर अच्छा खासा दबाव बना हुआ है। यहां तक कि दूसरे देश से किसी भी तरह का कर्ज मिलना भी बंद हो गया है। हाल ही में जब उसने सऊदी अरब या यूएई से कर्ज की गुहार लगाई, तो मिश्रा के हाथ निराशा ही लगी, लेकिन हैरानी की बात ये है कि इन दोनों देशों या कतर ने मिस्र के शहर खरीद में खासी दिलचस्पी दिखाई है।
आपको बता दें कि सिर्फ शहर ही नहीं, बल्कि मिश्रा अपने कई होटल या गंतव्य स्थान भी बेच रहा है। खा जा रहा है कि अब रस-अल-हिकमा के बाद मिश्र लाल सागर पर बना हुआ अपना प्रसिद्ध पर्यटन स्थल रास गमिला भी जल्द ही सऊदी अरब को बेच देगा। मिसर की ये हालत कहीं न कहीं बाकी देश के लिए भी एक सबक या वेक अप कॉल है।