कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने मंगलवार को यानी की आज राजस्थान सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ खुल कर मोर्चा खोला है. कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि सचिन पायलट को गहलोत के खिलाफ प्रेस कॉफ्रेंस करने के लिए मना किया गया था. इसके बावजूद भी सचिन पायलट ने प्रेस कॉफ्रेंस की है.
धरने पर बैठने के बाद भी कार्यवाई नहीं: पायलट
पायलट ने प्रेस कॉफ्रेंस में कहा कि, मैं 11 मई को अजमेर से एक जन संघर्ष यात्रा निकालूंगा और हम जयपुर की तरफ आएंगे. यह 125 किमी की यात्रा होगी. सही निर्णय तब लिए जाएंगे जब जनता का पूरा साथ होगा. पायलट ने कहा कि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ धरने पर भी बैठा था. इसके बाद भी कोई कार्यवाई नहीं हुई.
सीएम गहलोत की नेता वसुंधरा राजे; पायलट
कांग्रेस नेता पायलट ने कहा, मैंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का धौलपुर का भाषण सुना, उसे सुनकर ऐसा लगता है कि उनकी नेता सोनिया गांधी नहीं वसुंधरा राजे हैं. एक तरफ यह कहा जा रहा है कि हमारी सरकार को गिराने का काम भाजपा कर रही थी, दूसरी तरफ कहा जाता है कि हमें बचाने का काम वसुंधरा राजे कर रही थी. आप कहना क्या चाहते हैं, आपको स्पष्ट करना चाहिए.
मुझे कोरोना, गद्दार कहा गया; पायलट
सचिन पायलट ने कहा, मुझे बहुत कुछ कहा गया कोरोना, गद्दार आदि. मैं ढाई साल से यह सब सुन रहा था लेकिन हम चुप थे क्योंकि हम अपनी पार्टी को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते थे. लेकिन अपने ही विधायकों और नेताओं को बदनाम करना और भाजपा का गुणगान करना मेरे समझ से परे है.
गहलोत के इस बयान पर विफरे पायलट
बता दें कि सीएम गहलोत ने रविवार को एक बयान में कहा था कि, जब पिछली साल पार्टी के विधायकों की बगावत की वजह से मेरी सरकार गिरने वाली थी. तब मुझे उस समय बीजेपी नेता और राज्य की सीएम बसुंधरा राजे ने मेरी मदद की थी. हालांकि वसुंधरा राजे ने गहलोत के बयान को झूठा बताया था.
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