सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना वायरस को लेकर सख्ती देखते हुए कुछ ऐसी बातें कही है जिसके बारे में जानना जरूरी है.
देश में कोरोना के बढ़ते केसों के बीच सुप्रीम कोर्ट ने कोविड- 91 की मौजूदा स्थिति पर संज्ञान लिया. सुनवाई करने के बाद कोर्ट ने केंद्र सरकार को नोटिस तक भेजा. इस मामले को लेकर सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने आज सुप्रीम कोर्ट को ये बताया कि देश को ऑक्सीजन की सख्त जरूरत है. सुप्रीम कोर्ट ने ऑक्सीजन की आपूर्ति और जरूरी दवाओं के मुद्दे पर स्वत: संज्ञान लिया. सीजेआई एसए बोबडे ने अपनी बात रखते कहा कि अदालत इस मामले की सुनवाई कल करेगी.
इन मुद्दों पर राष्ट्रीय नीति चाहता है कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की पीठ ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता को कोविड 19 पर एक राष्ट्रीय योजना बनाकर इसे पेश करने या फिर सूचित करने को लेकर कहा गया है. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की ओर से कहा गया कि कोविड-19 से जुड़े मुद्दों पर अलग-अलग हाईकोर्ट्स की सुनवाई करना किसी तरह का भ्रम पैदा करने का काम कर सकता है. कोर्ट जरूरी दवाओं की आपूर्ति, ऑक्सीजन और वैक्सीनेशन के तरीकों से जुड़े मुद्दों पर राष्ट्रीय नीति चाहता है.
देश में इन आकंड़ों ने बढ़ाई लोगों की चिंता
भारत में कोरोना का कहर इस कदर बढ़ गया है कि इस वक्त उसने दुनिया भर के अबतक के सार रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. दुनिया में पहली बार एक दिन में सवा तीन लाख कोरोना केस सामने आए है. स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 314,835 नए कोरोना केस आए और 2104 संक्रमितों की जान चली गई है. हालांकि वही, देखा जाए तो 178,841 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं. इसके अलावा मंगलवार को देश में 295,041 नए केस सामने आए थे. वही, इससे पहले अमेरिका में 8 जनवरी को एक दिन में सबसे अधिक तीन लाख सात हजार केस दर्ज किए गए थे.
एक और अस्पताल ने की हाईकोर्ट में अपील
इसके अलावा दिल्ली कई अस्पताल अभी भी ऑक्सीजन की समस्या से जूझ रहे हैं. गुरुवार को एक और अस्पताल ने ऐसे में हाईकोर्ट का रूख किया है. साथ ही ऑक्सीजन की सप्लाई सुचारू तौर पर चालू करवाने की अपील की है.