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रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने लोगों को एक बड़ा झटका देने का काम किया है। रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट या 0.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो गई है। इसके बाद सभी तरह के लोन मंहगे हो जाएंगे। देश में महंगाई कंट्रोल में आने के बाद आरबीआई ने दरों में बढ़ोत्तरी करेन का फैसला किया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति ने रेपो दर को 25 आधार अंकों से बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया।
गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार (8 फरवरी) को इस बात की घोषणा की। आरबीआई ने पिछले साल मई से रेपो दर में संचयी 250 आधार अंकों की वृद्धि की है। दिसंबर की मौद्रिक नीति समीक्षा में केंद्रीय बैंक ने प्रमुख बेंचमार्क ब्याज दर में 35 आधार अंकों (bps) की वृद्धि की थी। आपको बता दें कि पिछले साल मई से, रिजर्व बैंक ने मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए अल्पकालिक उधार दर में लगातार वृद्धि की है।
मौद्रिक नीति का परीक्षण करते रहने की जरूरत
गवर्नर दास ने कहा कि पिछले वर्षों की अभूतपूर्व घटनाओं ने मौद्रिक नीति का परीक्षण करते रहने की जरूरत महसूस कराई है। उन्होंने कहा कि यह देखते हुए कि हाल के महीनों में आरबीआई ने मुद्रास्फीति को अच्छी तरह नियंत्रित किया है, रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने उम्मीद जताई कि शायद यह रेपो दरों में आखिरी बढ़ोतरी हो। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि अगले महीनों में ब्याज दरों में बढ़ोतरी रुक जाएगी, इसके बाद अगले साल से दरों में उलटफेर शुरू हो जाएगा।
इमरजेंसी मीटिंग बुलाकर रेपो रेट बढ़ाया था
मॉनेटरी पॉलिसी की मीटिंग हर दो महीने में होती है। इस वित्त वर्ष की पहली मीटिंग अप्रैल में हुई थी। तब RBI ने रेपो रेट को 4% पर स्थिर रखा था, लेकिन RBI ने 2 और 3 मई को इमरजेंसी मीटिंग बुलाकर रेपो रेट को 0.40% बढ़ाकर 4.40% कर दिया था।




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