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Bihar Politics: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी अपने बेटे संतोष मांझी के साथ इस वक्त दिल्ली दौरे पर हैं. बुधवार को उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह से मुलाकात की है. इस मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई है. माना जा रहा है कि मांझी अब एनडीए में शामिल होने का ऐलान कर सकते हैं. हाल ही मांझी ने बिहार के महागठबंधन से अपना समर्थन वापस ले लिया है. इसके बाद उन्होंने नीतीश सरकार पर कई आरोप भी लगाया था.
मांझी का साथ छोड़ रहे पार्टी के नेता
बता दें कि, जीतन राम मांझी 19 जून को दिल्ली आए हैं. उधर उनके गैर हाजिरी में उनके पार्टी के नेता उनका साथ छोड़कर भाग रहे हैं. 20 जून को हिंदू आवाम मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष ध्रुव ला मांझी सहित आधा दर्जन कार्यकर्ता जेडीयू का में शामिल हो गए. बता दें कि 23 जून को पटना में होने वाली विपक्षी एकता की बैठक से ठीक पहले मांझी अगर बीजेपी में शामिल होते हैं तो इसे महागठबंधन को एक बड़ा झटका लग सकता है.
नीतीश कुमार ने लगाया था जासूसी का आरोप
उल्लेखनीय है कि मांझी जेडीयू से समर्थन वापस लेने के बाद नीतीश कुमार ने उन पर जासूसी करने का आरोप लगाया था. बिहार सीएम ने कहा कि जीतन राम मांझी से हमने बोला था कि या तो अपनी पार्टी का जेडीयू में विलय कर दीजिए या महागठबंधन से अलग हो जाइए. मांझी ने विलय के बजाय महागठबंधन से अलग होने का फैसला लिया. बता दें कि बिहार विधानसभा में HAM के मांझी समेत चार विधायक हैं.




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