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भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI)के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन जारी है. इस बीच भारत की शीर्ष पहलवान विनेश फोगाट ने बड़ी बात कही है. फोगाट ने कहा, एक शक्तिशाली व्यक्ति के खिलाफ लड़ाई लड़ना बड़ा मुश्किल है. जो सालों से अपने शक्ति का दुरुपयोग कर रहा है.
बता दें कि, पहलवान बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर धरना प्रदर्शन और गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. वहीं बृजभूषण शरण सिंह ने इस्तीफा देने के सवाल कर कहा कि अगर वह इस्तीफा देते हैं, तो इसका मतलब होगा कि उन्होंने खिलाड़ियों द्वारा लगाए जा रहे सारे आरोपों को स्वीकार कर लिया है.
हमने अधिकारियों से बताया था कोई कार्रवाई नहीं हुई: फोगाट
मीडिया से बातचीत में विनोश फोगाट ने कहा, "जंतर मंतर पर धरने पर बैठने से तीन-चार महीने पहले, हम एक अधिकारी से मिले थे, हमने उन्हें सब कुछ बताया था कि कैसे महिला एथलीटों का यौन उत्पीड़न और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है, जब कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो हम धरने पर बैठ गए."
बृजभूषण शरण सिंह अपने शक्ति का दुरुपयोग कर रहा: फोगाट
फोगाट ने कहा कि "एक ऐसे व्यक्ति के खिलाफ खड़ा होना बहुत मुश्किल है, जो इतने लंबे समय तक अपनी शक्ति और स्थिति का दुरुपयोग कर रहा है." उन्होंने खुलासा किया कि पहली बार जंतर मंतर पर अपना विरोध शुरू करने से पहले पहलवानों ने एक अधिकारी से मुलाकात की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
यह प्रदर्शन यौन उत्पीड़न के खिलाफ है: बजरंग पुनिया
वहीं बजरंग पूनिया ने कहा कि वे ओलंपिक में चयन के लिए पेश किए गए नए नियमों का विरोध नहीं कर रहे हैं. ये प्रदर्शन यौन उत्पीड़न के खिलाफ है, किसी नियम के खिलाफ नहीं है. WFI ने ओलंपिक के लिए नियम बनाया है कि जो खिलाड़ी ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करके आएगा उनमें से जिस खिलाड़ी की ट्रायल लेने का WFI का मन करेगा, सिर्फ उसकी ट्रायल होगी, सभी की ट्रायल नहीं होगी.




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