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जहां एक तरफ बीजेपी की उत्तराखंड सरकार संकट का सामना कर रही है। वही, इन सबके बीच हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार की भी आज अग्निपरीक्षा होने वाली है। दरअसल आज कांग्रेस द्वारा लाए जा रहे अविश्वास मत प्रस्ताव पर हरियाण की विधानसभा में जोरशोर से चर्चा होने वाली है। इसके बाद इसमें वोटिंग की नौबत भी आ सकती है। ऐसे में खट्टर सरकार के सामने बहुमत साबित करना एक बड़ी चुनौती है।
प्रस्ताव पर चर्चा करने से पहले बीजेपी ने अपने सभी विधायकों को सदन में ही रहने के लिए कहा है। ताकि वोटिंग के वक्त कोई दिक्कत न आए। इसके अलावा बीजेपी के साथ खड़ी जेजेपी में अलग ही तेवर देखने को मिल रहे हैं। इन सबके बीच जेजेपी के विधायक देवेंद्र बबली का एक बयान सामने आया है, जिसमें वो कह रहे है कि जेजेपी को सत्ता से हटना चाहिए, क्योंकि अब गांववाले और किसान उनके खिलाफ खुलकर बोलते हुए नजर आ रहे हैं। ऐसे में पार्टी को काफी सारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यही वजह है कि अविश्वास मत में जेजेपी का क्या रुख होगा, इस पर हर किसी की नजर बनी हुई है।
क्या कहते हैं आकंड़े
हरियाणा में कुल 90 सीटें मौजूद है, लेकिन इस वक्त जो विधायक मौजूद है वो 88 है। ऐसे में बहुमत के लिए 45 का आंकड़ा चाहिए, अविश्वास मत ला रही कांग्रेस के पास कुल 30 विधायक हैं। इसके अलावा सत्ता में जो सरकार यानी बीजेपी बैठी हुई है उसके पास 40 और जेजेपी के पास 10 और निर्दलीय विधायक 5 का साथ है। यानी बीजेपी इस बात का दावा कर रही है कि सरकार के पास 55 विधायकों का समर्थन मौजूद है। ऐसे में हिसाब लगाया जाए तो तो बीजेपी को इसमें किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं आने वाली है। ऐसे में हरियाणा के अंदर क्या होने वाला है वो तो देखने वाली बात है।




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