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महाराष्ट्र के नागपुर में भड़की हिंसा को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए हैं। एनसीपी-एससीपी नेता प्रशांत जगताप ने इस घटना के लिए सीधे तौर पर महायुति सरकार और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि सरकार पंचायती चुनावों में वोट बटोरने के लिए हिंदू-मुस्लिम मुद्दा उछाल रही है और जनता का ध्यान असली मुद्दों से भटकाने की कोशिश कर रही है।
'हिंसा के लिए देवेंद्र फडणवीस जिम्मेदार' - प्रशांत जगताप
प्रशांत जगताप ने कहा, "नागपुर हिंसा का पूरा श्रेय देवेंद्र फडणवीस को जाता है। महायुति सरकार के पास कोई ठोस एजेंडा नहीं है। जब विकास के नाम पर दिखाने के लिए कुछ नहीं बचा तो जनता को गुमराह करने के लिए इस तरह के सांप्रदायिक मुद्दे उठाए जा रहे हैं।" उन्होंने आरोप लगाया कि फडणवीस सरकार जानबूझकर मुस्लिम विरोधी एजेंडा बनाकर राजनीतिक ध्रुवीकरण कर रही है ताकि चुनावों में फायदा उठाया जा सके।
'400 साल पुरानी कब्र को मुद्दा क्यों बनाया जा रहा?'
एनसीपी नेता ने सवाल उठाया कि 400 साल पुरानी कब्र को अब अचानक मुद्दा क्यों बनाया जा रहा है? उन्होंने कहा कि "इतने वर्षों से यह कब्र वहीं थी, लेकिन अब अचानक इसे हिंदू-मुस्लिम विवाद का मुद्दा बना दिया गया। यह सब केवल दो समुदायों के बीच तनाव पैदा करने की चाल है ताकि सरकार अपनी विफलताओं को छिपा सके।"
'सरकार की मंशा ठीक नहीं'
प्रशांत जगताप ने महाराष्ट्र की जनता से महायुति सरकार की नीयत को पहचानने की अपील की। उन्होंने कहा कि "मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सत्ता में बने रहने के लिए सांप्रदायिक तनाव को भड़का रहे हैं। शिंदे ने कब्र को लेकर जो बयान दिया, वह बेहद गैर-जिम्मेदाराना था और इससे प्रदेश में शांति और सौहार्द बिगड़ सकता है।"
नागपुर हिंसा कैसे भड़की?
महाराष्ट्र के नागपुर में सोमवार को औरंगजेब की कब्र के खिलाफ विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल ने विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन दोपहर के बाद अचानक हिंसक हो गया। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, "धर्मग्रंथ जलाने की अफवाह फैलने के बाद मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क गए और फिर कई इलाकों में तनाव फैल गया।"
नागपुर में धारा 144 लागू, भारी पुलिस बल तैनात
फिलहाल, नागपुर में हिंसा के बाद तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों में धारा 144 लागू कर दी है, जिससे पांच से अधिक लोगों के जमा होने पर रोक लगा दी गई है। पुलिस ने कहा है कि उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और शहर में शांति बहाल करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं।
महाराष्ट्र में राजनीतिक माहौल गर्म, विपक्ष ने भी सरकार को घेरा
नागपुर हिंसा को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में घमासान मचा हुआ है। शरद पवार गुट के नेता, कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने भी सरकार पर निशाना साधा है। विपक्षी दलों का कहना है कि सरकार असली मुद्दों से ध्यान हटाकर सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने की साजिश रच रही है।
अब देखना होगा कि महायुति सरकार इस विवाद को लेकर आगे क्या रुख अपनाती है और प्रशासन हालात को काबू में रखने के लिए कौन से ठोस कदम उठाता है।




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