26/11 Mumbai Attack: आतंकी हमले में आज के दिन ऐसे दहल उठा था पूरा मुंबई

भारत के इतिहास में 26/11 काला दिन साबित हुआ है. इसमें 160 से ज्यादा लोग मारे गए थे और 300 से अधिक लोग इसमें घायल हुए थे.

  • 1037
  • 0

भारत के लिए 2008 का साल काफी ज्यादा दर्दनाक साबित हुआ था. आज के दिन देश की आर्थिक राजधानी मुंबई पर एक आतंकवादी हमला हुआ था, जिसने सभी के दिन को झकझोर कर रख दिया था. 26 नवंबर के दिन लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने मुंबई को बम धमाकों और गोलीबारी से दहला दिया था और करीब साठ घंटे क आतंकिों की बंधक बन चुकी थी. 

इस खौफनाक आतंकी हमले को आज 13 साल पूरे हो चुके हैं.  भारत के इतिहास में ये एक काला दिन साबित हुआ. उस हमले में 160 से ज्यादा लोग मारे गए थे और 300 से अधिक लोग इसमें घायल हुए थे. ऐसे में आइए जानते हैं कि इस दिन क्या-क्या घटनाएं घटी थी.

- ऐसा कहा जाता है कि आतंकवादी कराची से नाव के जरिए मुंबई में जा घुसे थे. नाव पर चार भारतीय भी सवार थे, जिन्हें किनारे पर पहुंचते ही उन्हें खत्म कर दिया गया था.

- मराठी बोलने वाले मछुआरों को इन लोगों पर शक भी हुआ और पुलिस को इस बारे में जानकारी भी दी गई, लेकिन इलाके की पुलिस ने इस बात पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया.

- इसके बाद सभी आतंकवादी दो-दो ग्रुपों में बंट गए थे. इनमें से दो आतंकियों ने दक्षिणी मुंबई के कोलाबा में स्थित लियोपोल्ड कैफे को निशाया बनाया. वही दो आतंकियों ने नरीमन हाउस, बाकी दो आतंकी छत्रपति शिवाजी टरमिन्स, होटल ट्राइडेंट ओबरॉय और ताज होटल की ओर रवाना हुए थे.  

- करीब साढ़े 9 बजे फिर मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस पर गोलीबारी की खबर मिली. रेलवे स्टेश के मेन हॉल में फिर दो हमालवार वहां घुसे और अंधाधुंध फायरिंग करना शुरू कर दी. इनमें से एक को फांसी दी जा चुकी है.

- होटल ओबरॉय के ऑपरेशन को ही खत्म करने तीन दिन लग गए थे. ये आतंकवादी हमला 28 नवंबर को खत्म हुआ और शाम के वक्त नरीमन हाउस को भी खाली कर दिया गया था. इसके अलावा ताज होटल में चली मुठभेड़ 29 नवंबर की सुबह खत्म हुई थी. इसमें 9 आतंकवादियों को मार दिया गया जबकि एक आतंक को जिंदा पकड़ लिया गया. 

RELATED ARTICLE

LEAVE A REPLY

POST COMMENT