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गणेश जी के आगमन पर शंख और घंटी बजाकर उनका स्वागत करना चाहिए. इसके बाद एक चौकी में लाल कपड़ा बिछाकर उन्हें विराजमान करना चाहिए. इसके साथ ही दूर्वा और पान के पत्ते को गंगाजल में भिगोकर उन्हें स्नान कराना चाहिए
विघ्नहर्ता गणपति बाप्पा इस साल 10 सितंबर को आ रहे है. हर तरफ उनके आगमन और गणेश चतुर्थी की धूम मची हुई है. हर साल साल भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी का त्योहार मनाया जाता है. इस दौरान सभी भगवान में प्रथम पूज्य आराध्य गणेश जी के भक्त उनके आने की तैयारी में लंबे समय से जुटे होते हैं.
पूरे देश में गणेस चतुर्थी की शुरूआत बाल गंगाधर तिलक ने 1893 में की थी. उन्होंने इसकी सामूहिक रुप से मनाने की शुरूआत की थी. आज हम आपको इस गणेश चतुर्ती के लिए खास मैसेस बताएंगे जिस पढ़कर आपके चाहने वाले काफी खुश हो जाएगें.
गणपति की सफेद या सिंदूरी रंग की प्रतिमा लाना शुभ माना जाता है.
मंत्र
गणपति बाप्पा मोरया, रिद्धि-सिद्धि के तुम दाता,
दीन दुखियों के भाग्य विधाता, जय गणपति देवा




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