Hindi English
Login
Image
Image

Welcome to Instafeed

Latest News, Updates, and Trending Stories

बजरंगबली के भक्तों पर नहीं पड़ेगी शनि की दृष्टि, जानिए क्या है वजह

अक्सर शनि देव की दृष्टि का प्रभाव व्यक्ति पर पड़ता है लेकिन क्या आप जानते है हनुमान भक्तों पर शनि देव की दृष्टि का कोई असर नही होता है. इसके लिए आपको हनुमान जी की आराधना करनी होगी.

Advertisement
Instafeed.org

By Pooja Mishra | खबरें - 04 June 2022

शनि देव का नाम सुनते ही लोगों के मन में डर बैठ जाता है और अनजाने में किए गए गलत कार्यों की सजा से छुटकारा पाने के लिए हर कोई हर संभव प्रयास करता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जो व्यक्ति बजरंगबली की पूजा करता है, शनि देव उसे नुकसान नहीं पहुंचा सकते.

न्याय के देवता
शनि देव को न्याय के देवता के रूप में जाना जाता है. वैसे तो शनि देव किसी भी व्यक्ति को उसके काम पर आधारित फल देते हैं. लेकिन यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि देव की दृष्टि खराब हो तो उस व्यक्ति का पतन निश्चित माना जाता है. हनुमान जी की पूजा करने से शनि देव के दुष्प्रभाव कम हो जाते हैं और शनि देव शुभ फल देते हैं.

युद्ध के लिए चुनौती
एक बार वन में हनुमान जी अपने प्रिय राम की भक्ति में डूबे हुए थे. उसी समय शनिदेव जंगल से होकर गुजरे. शनि देव में किसी को भी नुकसान पहुंचाने की शक्ति थी. इस अहंकार में आकर शनि देव ने अपनी घुमावदार दृष्टि से हनुमान जी को ढकने का प्रयास किया, शनि देव हनुमान जी के पास पहुंचे और उन्हें युद्ध के लिए चुनौती देने लगे. बजरंगबली भगवान राम की भक्ति में डूबे हुए थे, इसलिए उन्होंने शनि देव की बात का कोई जवाब नहीं दिया. शनि देव काफी देर तक हनुमान जी का ध्यान भटकाने की कोशिश करते रहे, लेकिन उन्हें इसमें सफलता नहीं मिली.

शनि देव पर भारी पड़े हनुमान जी
बजरंगबली शनि के बार बार विरोध पर ध्यान में लीन नही हो पा रहे थे. इसलिए उन्होंने क्रोधित होकर शनि देव पर आक्रमण किया. जिसके बाद शनि सभी देवी देवताओं से सहायता के लिए पुकारते रहे, पर कोई नहीं आया. इसके बाद हनुमान जी ने शनि देव को कहा कि आज के बाद आप मेरे ही नही मेरे भक्तों पर भी आप अपना प्रभाव नही डालेंगे. तब से लेकर अब तक यही कारण है की शनि देव हनुमान जी से डरते है. शनिदेव हनुमान जी की पूजा करने वाले भक्तों पर कभी अपना प्रभाव नही डालते.

Advertisement
Image
Advertisement
Comments

No comments available.