धरती पर गिराया जायेगा बरबाद हो चुका कृत्रिम उपग्रह

इस सप्ताह अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने एक रिपोर्ट में कहा है कि आईएसएस नामक क्षतिग्रस्त हो चुका एक उपग्रह 2031 तक समुद्र के एक हिस्से में दुर्घटनाग्रस्त हो जाएगा जिसे प्वाइंट निमो के नाम से जाना जाता है.

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इस सप्ताह अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने एक रिपोर्ट में कहा है कि आईएसएस नामक क्षतिग्रस्त हो चुका एक उपग्रह 2031 तक समुद्र के एक हिस्से में दुर्घटनाग्रस्त हो जाएगा जिसे प्वाइंट निमो के नाम से जाना जाता है. यह प्वांइट निमो पृथ्वी पर भूमि से सबसे दूर का बिंदु है, जिसे अंतरिक्ष यानों के कब्रिस्तान के रूप में भी जाना जाता है. 2001 में रूसी अंतरिक्ष स्टेशन मीर सहित कई पुराने उपग्रह और अन्य अंतरिक्ष मलबे भी वहीं दुर्घटनाग्रस्त हुये हैं.

नासा ने कहा कि भविष्य में पृथ्वी के करीब अंतरिक्ष गतिविधियों का नेतृत्व वाणिज्यिक क्षेत्र द्वारा किया जाएगा. आईएसएस - पांच अंतरिक्ष एजेंसियों को शामिल करने वाली एक संयुक्त परियोजना - 1998 से कक्षा में है और 2000 से लगातार काम कर रही है. इसकी माइक्रोग्रैविटी प्रयोगशाला में 3,000 से अधिक बार अनुसंधान जांच हुई है. हालाँकि, इसे केवल 2024 तक संचालित करने के लिए अनुमोदित किया गया था और किसी भी विस्तार के लिये सभी भागीदारों को सहमत होना चाहिए.

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नासा मुख्यालय में वाणिज्यिक अंतरिक्ष के निदेशक फिल मैकलिस्टर ने कहा, "निजी क्षेत्र नासा की सहायता से वाणिज्यिक पृथ्वी के सामान्य कक्षा स्थलों को विकसित और संचालित करने में तकनीकी और वित्तीय रूप से सक्षम है." 2020 में नासा ने आईएसएस से जुड़े रहने के लिए और कम से कम एक रहने योग्य मॉड्यूल बनाने के लिए टेक्सास स्थित कंपनी एक्सिओम स्पेस को एक अनुबंध दिया है. इसने तीन कंपनियों को अंतरिक्ष स्टेशनों और कक्षा में अन्य वाणिज्यिक स्थलों के लिए डिजाइन विकसित करने के लिए धन भी प्रदान किया है. यह आशा की जाती है कि आईएसएस के सेवानिवृत्त होने से पहले ये नई परियोजनाएं कम से कम आंशिक रूप से ही सही संचालन में जरूर होंगी.

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