आपके बेबी को न हो जाए कब्ज की दिक्कत, इसलिए इन चीज़ों का सही मात्रा में कराएं सेवन

दही में समृद्ध मात्रा में प्रोबायोटिक्स पाए जाते हैं इसलिए ये बच्चों में पाचन के लिए अच्छा होता है। यह कभी-कभी आपके बच्चों में कब्ज पैदा कर सकता है।

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कब्ज एक ऐसी परेशानी है जो अगर किसी व्यक्ति को हो जाए तो बहुत परेशान करती है। ये बीमारी न केवल वयस्कों या बुजुर्गों में एक बड़ी समस्या है, बल्कि बच्चों को भी हो सकती है। जब भी बच्चों को कब्ज़ हो जाता है, तो उनके पेट में समस्या होती है पेट मुश्किल से साफ़ होता है। वे रोजाना गैस भी पास करते हैं। इसलिए माता-पिता को अपने बच्चों में इस समस्या को कम करने के लिए अपने बाल रोग विशेषज्ञ से जरूर बात करनी चाहिए।

अगर किसी वयस्क को इस तरह की कोई दिक्कत होती है तो वो खुद डॉ के पास जाकर या खुस से अपना ध्यान रख सकता है। लेकिन एक बच्चा इस बारे में बिल्कुल नहीं बता सकता कि उसको क्या दिक्कत है। इसलिए मां-बाप के लिए ये जरुरी हो जाता है कि वो पहले से ही बच्चों ले आहार का ध्यान रखें उन्हें ऐसी कोई चीज़ न खाने दे जिससे उन्हें कब्ज हो। उनको ऐसी चीज़ें खाने को दें जिससे उन्हें कब्ज न हो।


दूध प्रोटीन

दूध प्रोटीन बच्चे के पेट में कब्ज कर सकता है। इसलिए, माता-पिता को अपने बच्चे को दूध पिलाने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है।


चावल

बच्चों को चावल न खिलाएं क्योंकि चावल आसानी से पचता नहीं है और इस कारण से बच्चों को कब्ज हो सकती है।


गाजर

कच्चा गाजर या गाजर का रस बच्चों के लिए बहुत अच्छा होता है। लेकिन वहीं दूसरी तरफ अगर गाजर को पका दिया गया है तो बच्चों को कब्ज़ कर सकती है।


कच्चे केले

पके केले शिशुओं के लिए अच्छे होते हैं और वे कब्ज से भी छुटकारा दिलाते हैं। लेकिन  कच्चा केला बच्चों को खिलाने के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। इनमें स्टार्च होता है, जो छोटों के लिए पचाना मुश्किल होता है। जिस कारण से बच्चों को कब्ज हो सकती है। 


सेब

जब भी आपके बच्चे को दस्त हो रहे हों तो आप सेब खिला सकते हैं क्योंकि ये शरीर के लिए अच्छा होता है, लेकिन सामान्य रूप में बच्चों को सेब ने खिलाएं। स्टीम्ड सेब एक लोकप्रिय बेबी फूड है जो उनमें कब्ज के प्रमुख कारणों में से एक है। इसके अलावा, उन्हें सेब देने से बचें क्योंकि इसमें पेक्टिन प्रोटीन होता है जो मल को भी सख्त कर देता है।


पनीर

पनीर कई आवश्यक पोषक तत्वों का एक बड़ा स्रोत है। लेकिन चूंकि इसमें फाइबर की मात्रा कम होती है, इसलिए यह कब्ज पैदा कर सकता है। तो पनीर कोई मात्रा को सीमित करें।


आलू

 आलू में बहुत मात्रा में फाइबर पाया जाता है, इसलिए आप अपने पाचन प्रक्रिया को बढ़ाने के लिए अपने बच्चे को अन्य सब्जियों के साथ आलू खिला सकते हैं। लेकिन उन्हें आलू के चिप्स या आलू को मक्खन के साथ न खिलाएं, क्योंकि इससे कब्ज हो सकता है।


दही

दही में समृद्ध मात्रा में प्रोबायोटिक्स पाए जाते हैं इसलिए ये बच्चों में पाचन के लिए अच्छा होता है।  यह कभी-कभी आपके बच्चों में कब्ज पैदा कर सकता है।




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