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यदि अनिल देशमुख के 'पावर बैंक' नहीं बनेंगे पवार तो आ जाएगा ये भूचाल

परमबीर सिंह की चिट्ठी के बाद ऐसा बवाल मचा है कि वो थमने का नाम नहीं ले रहा है. जानिए अब ऐसे कौन से कागजात इस वक्त इस केस में खड़ी कर रहे हैं एक और मुश्किल.

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By Deepakshi | खबरें - 23 March 2021

मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर रह चुके परमबीर सिंह के चलते इस वक्त राज्य की राजनीति में एक बड़ा तुफान देखने को मिल रहा है। उन्होंने जो आरोप लगाए थे उसके बाद महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख इस वक्त हर किसी के निशाने पर बने हुए हैं। वही, बीते दिन एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने ऐसे दावे किए हैं जिसकी वजह से जबरदस्त तरीके से बहस छिड़ती हुई नजर आई है। उन्होंने अपनी बात में कहा था कि फरवरी में लंबे समय  तक अनिल देशमुख हॉस्पिटल में थे। लेकिन अब कुछ ऐसे कागज सामने आए है, जिससे ये मालूम होता है कि इस अंतराल में अनिल देशमुख ने एक चार्टर्ड विमान में उड़ान भरी थी। 

एक चार्टर्ड विमान से जुड़ा हुआ एक डॉक्यूमेंट सामने आया है। जोकि 15 फरवरी का बताया जा रहा है, जिसमें अनिल देशमुख का नाम भी मौजूद है। जोकि ये बताने के लिए साफ है कि 15 फरवरी को अनिल देशमुख ने नागपुर से मुंबई तक चार्टर्ड फ्लाइट में यात्रा की थी। ताकि वो खुद को अपने घर मुंबई में क्वारटीन कर पाएं।

शरद पवार ने किया बचाव 

परमबीर सिंह की एक चिट्ठी की वजह से लगातार अनिल देशमुख  के इस्तीफे की इस वक्त मांग उठती हुई नजर आ रही है। इसके अलावा 22 मार्च के दिन शरद पवार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस दी थी, जिसमें वो अनिल देशमुख का बचाव करते हुए दिखाई दिए थे। उन्होंने इस बात का दावा किया कि जिस वक्त के आरोप अनिल पर लगाए जा रहे हैं उस वक्त वो हॉस्पिटल में भर्ती थे। इसके बाद उन्होंने खुद को होम क्वारनटीन कर लिया था।  

बीजेपी की वीडियो ने मचाया बवाल

वही, बिना वक्त गवाए बीजेपी की ओर से एक वीडियो पेश किया गया था। बीजेपी ने अनिल देशमुख की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के वीडियो को रिट्वीट किया था जोकि 15 फरवरी की बताई जा रही थी। ऐसे में जहां शरद पवार ये दावा कर रहे हैं कि अनिल हॉस्पिटल में मौजूद थे। लेकिन वो तो प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे। वैसे असल में पूरा मामला क्या है वो तो धीरे-धीरे करके लोगों के सामने खुलकर सामने आने वाला है। 

अनिल देशमुख के लिए इसीलिए 'पवार बैंक' बने शरद पवार

दरअसल ऐसी बात सामने आई है कि उद्धव ठाकरे की सरकार में अनिल देशमुख यदि गृहमंत्री के पद से इस्तीफा देते हैं तो जनाब सारा ठीकरा एनसीपी पर फूट जाएगा, जोकि वो बिल्कुल भी नहीं चाहेगी। इसके अलावा यह भी साफ हो जाएगा की इस पूरे मामले में अनिल देशमुख पूरे तरह से आरोपी है। यही सबसे बड़ी वजह है कि इस वक्त शरद पवार खुद आगे आते हुए अनिल देशमुख का बचाव करते हुए नजर आ रहे हैं। इसके अलावा ये भी बताने की कोशिश कर रहे हैं कि ये पूरा जो मामला सामने आए है वो एक राजनीतिक साजिश के अलावा कुछ भी नहीं है। बीजेपी इस खेल को परमबीर सिंह के साथ मिलकर खेलने में जुटी हुई है। शरद पवार की ये पूरी कोशिश रही है कि वो इस मामले को पूरी तरह से दूसरी दिशा में ही मोड़ दे। वैसे देखा जाए तो विदर्भ में एनसीपी का चेहरा माने जाते हैं गृह मंत्री अनिल देशमुख। राजनीतिक विश्लेषक की बातों पर यदि ध्यान दिया जाए तो विदर्भ इलाके में पार्टी की बढ़त को लेकर ही उन्हें गृहमंत्री जैसा भारी पद दिया है। ऐसा इसीलिए क्योंकि विदर्भ को राजनीतिक संदेश दिया जा सकें। 

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