केंद्र सरकार ने इन आशंकाओं पर विराम लगा दिया है कि संक्रमण की तीसरी लहर में बच्चे ज्यादा प्रभावित होंगे.
कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बाद सभी विशेषज्ञ आशंका जता रहे थे कि तीसरी लहर में बड़ी संख्या में बच्चे प्रभावित होंगे. हालांकि केंद्र सरकार ने इन आशंकाओं पर विराम लगा दिया है. सरकार का कहना है कि ऐसे कोई संकेत नहीं हैं जिससे पता चले कि संक्रमण की तीसरी लहर में बच्चे ज्यादा प्रभावित होंगे.
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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि अभी तक कोई संकेत नहीं है कि कोविड की तीसरी लहर में बच्चे गंभीर रूप से प्रभावित होंगे. एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बच्चों पर तीसरी लहर को लेकर कहा कि कहा जा रहा है कि तीसरी लहर में सबसे ज्यादा बच्चे संक्रमित होंगे, लेकिन पेडरिट्रिक्स एसोसिएशन का कहना है कि यह तथ्यों के आधार पर नहीं है. हो सकता है कि बच्चों पर इसका प्रभाव नहीं पड़े, इसलिए लोगों को डरने की जरूरत नहीं है.
मालूम हो कि अप्रैल से शुरू हुई कोरोना की दूसरी लहर में लाखों लोग संक्रमित हुए हैं. जिसकी वजह से सरकारों ने कड़े कदम उठाने भी शुरू कर दिए हैं. उत्तर प्रदेश, झारखंड आदि राज्यों के अस्पतालों में बच्चों के लिए अलग से आईसीयू बनाने का निर्देश दिया गया है.
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घटती संक्रमण दर
भारत में पिछले 17 दिनों से रोजाना कोविड-19 के मामले लगातार कम हो रहे हैं. पिछले 15 सप्ताह में कोविड-19 की स्क्रीनिंग में 2.6 गुना वृद्धि हुई है और पिछले दो सप्ताह से साप्ताहिक संक्रमण दर घट रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया कि 7 मई को देश में 4 लाख 14 हजार मामले थे, आज 2 लाख 22 हजार मामले हैं, जो 40 दिनों में सबसे कम है.