शीतकालीन सत्र के वक्त सोनिया गांधी ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधने का काम किया है. उन्होंने महंगाई और नागालैंड में हुई घटना को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है.
संसद के शीतकालीन सत्र के वक्त और विपक्ष के हंगामे के बीच बुधवार के दिन कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के नेता राहुल गांधी संसदीय दल की बैठक में शामिल हुए. सोनिया गांधी ने संबोधित करते हुए किसानों, महंगाई के अलावा कई मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. जबकि संसद से निलंबत राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन को अभूतपूर्व और अस्वीकार्य बताया गया है. सोनिया गांधी का ये कहना है कि हम निलंबित सांसदों के साथ एकजुटता से खड़े हैं.
वहीं, 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि संसद के पूरे शीतकालीन सत्र से उनका निलंबन संविधान और राज्यों की परिषद में प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियमों दोनों का उल्लंघन होता है. इस फैसले ने हम सभी को हिला देने का काम किया है. इसके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष ने पीएसयू विनिवेश पर केंद्र सरकार की खिंचाई करते हुए कहा,' मोदी सरकार भारत की संपत्ति को बेच रही है. सरकार द्वारा सार्वजनिक उपक्रमों को खत्म किया जा रहा है. उन्होंने ये तक कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि सरकार के पास व्यवसाय करने के लिए किसी भी तरह की व्यवसाय नहीं है.
नागालैंड की घटना पर रखी बात
नागालैंड में जो घटना घटी उस पर सोनिया गांधी ने मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि केंद्र का खेद जताना पर्याप्त नहीं है. सरकार को भविष्य में ऐसी भयानक त्रासदियों की किसी भी घटना को रोकने लिए विश्वसनीय कदम उठाने की आवश्यकता है. वहीं, सोनिया गांधी ने हत्याओं के पीड़ितों के परिवारों के लिए न्याय तक की मांग उठाई है. उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि मुझे नागालैंड में हुई दुखद घटनाओं पर सामूहिक तौर पर गहरा दुख जताना चाहिए जिसमें कई निर्दोष लोगों की मौत हुई और एक सुरक्षाकर्मी भी मारा गया. पीड़ित परिवारों के लिए जल्द से जल्द न्याय सुनिश्चित किया जाना चाहिए.