भारत और मुस्लिम देशों के बीच बढ़ती दूरियां, रद्द किया उपराष्ट्रपति का डिनर

बीजेपी से निष्काषित किए गए दो नेताओं द्वारा पैगंबर पर आपत्तिजनक टिप्पणी का बवाल बढ़ता ही जा रहा है. यही नहीं इस कड़े विरोध के बीच कतर के डिप्टी अमीर की ओर से भारत के उप-राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के सम्मान में रखा गया डिनर कैंसिल कर दिया गया है.

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बीजेपी से निष्काषित किए गए दो नेताओं द्वारा पैगंबर पर आपत्तिजनक टिप्पणी का बवाल बढ़ता ही जा रहा है. इस हंगामे का असर देश की सीमा से निकलने के बाद भारत के राजनयिक संबंधों पर देखने को मिल रहा है. कतर, ईरान और कुवैत जैसे प्रमुख खाड़ी देशों ने भी इस पर कड़ा रुख अख्तियार किया है. इसके साथ ही पैगंबर मोहम्मद पर भाजपा नेता नुपुर शर्मा  और नवीन कुमार जिंदल की टिप्पणी के मामले पर इस्लामिक देशों की ओर से जताए गए कड़े विरोध के बीच कतर के डिप्टी अमीर की ओर से भारत के उप-राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के सम्मान में रखा गया डिनर कैंसिल कर दिया गया है. भारत के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू पैगंबर के खिलाफ उनकी कथित "आहत करने वाली" टिप्पणी पर विवाद शुरू होने के बाद कतर की आधिकारिक यात्रा पर हैं. हालांकि, रिपोर्ट्स के मुताबिक स्वास्थ्य कारणों से उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के साथ डिनर कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है.


आपको बता दें कि पाकिस्तान, सऊदी अरब, कतर, कुवैत और ईरान ने पैगंबर के खिलाफ कथित रूप से 'आहत करने वाली' टिप्पणी की निंदा की है. हालांकि सऊदी ने बीजेपी के इस कदम का स्वागत किया है. भारतीय जनता पार्टी ने अपने दोनों नेताओं के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं और दोनों नेताओं ने भी अपने बयान वापस ले लिए हैं. विदेश मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, सऊदी अरब ने भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा की टिप्पणी को "अपमानजनक" कहा और "विश्वासों और धर्मों के सम्मान" का आह्वान किया.

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कतर, कुवैत और ईरान ने इस मामले में रविवार को सऊदी अरब में भारतीय राजदूत को तलब किया था. दोहा में भारतीय दूत को विदेश मंत्रालय ने तलब किया और एक आधिकारिक विरोध पत्र सौंपा जिसमें कहा गया था कि "कतर को भारत सरकार से सार्वजनिक माफी और इन टिप्पणियों की तत्काल निंदा की उम्मीद है".

कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कसा बीजेपी पर तंज

इस मामले के साथ ही कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने और भी कई सवाल उठाए. उन्होंने एक के बाद एक ट्वीट कर कहा कि सच्चाई सामने है- बीजेपी एक तरफ धार्मिक ध्रुवीकरण और नफरत फैलाकर भारत की सदियों पुरानी 'वसुधैव कुटुम्बकम' की परंपरा का अपमान करती है तो दूसरी तरफ धर्मों के सम्मान का ढोंग व पाखंड करती है. यह अभद्र भाषा अविश्वसनीय है.सुरजेवाला ने अरब देशों की नाराजगी पर भी सरकार को घेरा. उन्होंने लिखा कि क्या कारण है कि एक विदेशी देश ने हमारे आदरणीय उपराष्ट्रपति के सम्मान में एक भोज रद्द कर दिया है? क्या कारण है कि कई देशों द्वारा हमारे राजदूतों को बुलाने की सलाह जारी की जा रही है और राजदूत भाजपा प्रवक्ताओं को "छोटा तत्व" कह रहे हैं?





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