यमुना विकास प्राधिकरण के कार्यवाहक मुख्य कार्यपालक अधिकारी मोनिका रानी ने बताया कि, ठंड के मौसम में कोहरे की वजह से सड़कों पर होने वाली दुर्घटना के मामले बढ़ जाते हैं.
यमुना एक्सप्रेसवे पर चलने वाले वाहनों की स्पीड कम कर दी गई. ठंड के मौसम में कोहरा होने की वजह से दृश्यता कम हो जाती है जिससे सड़क दुर्घटना के मामले बढ़ जाते हैं. इसी को ध्यान में रखकर यमुना अथॉरिटी ने बड़ा फैसला लिया है. यमुना एक्सप्रेसवे पर चलने वाले वाहनों की गुरुवार यानी की आज से गति सीमा 80 किलोमीटर प्रति घंटा कर दी गई है. बता दें कि अब तक हल्के वाहनों के लिए अधिकतम गति सीमा 100 किलोमीटर प्रति घंटा थी, वहीं भारी वाहनों के लिए भी अधिकतम गति सीमा 80 किलोमीटर प्रति घंटा से घटाकर 60 किलोमीटर प्रति घंटा कर दी गई है.
दृश्या कम होने से होती है दुर्घटना
यमुना विकास प्राधिकरण के कार्यवाहक मुख्य कार्यपालक अधिकारी मोनिका रानी ने बताया कि, ठंड के मौसम में कोहरे की वजह से सड़कों पर होने वाली दुर्घटना के मामले बढ़ जाते हैं. विजिबिलिटी कम होने की वजह से सड़क तेज रफ्तार से दौड़ रही वाहनों के टकराने की आशंका काफी बढ़ जाती है. इसके मद्देनजर यमुना प्राधिकरण ने ग्रेटर नोएडा से आगरा तक 165 किलोमीटर लंबे यमुना एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की अधिकतम गति सीमा को घटा दिया है. उन्होंने बताया कि यह व्यवस्था को 15 दिसंबर से अगले साल 15 फरवरी तक लागू रहेगी.
दिसंबर से फरवरी के बीच होते हैं ज्यादा हादसे
एक रिपोर्ट के मुताबिक 15 दिसंबर से 15 फरवरी के बीच हर साल यमुना एक्सप्रेसवे पर सड़क हादसों में इजाफा होता है, जिसका मुख्य कारण तेज रफ़्तार और कोहरा है. अक्सर तेज रफ्तार की वजह से गाड़ियां किनारे खड़ी दूसरी गाड़ियों से टकरा जाती है. हालांकि एक्सप्रेसवे पर स्पीड कैमरे लगे हैं, लेकिन बावजूद इसके रफ्तार पर लगाम नहीं लग पाती है. लिहाजा यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी ने स्पीड लिमिट को कम करने का फैसला लिया है.
उल्लंघन करने पर लगेगा जुर्माना
एक्सप्रेस-वे का संचालन कर रही कंपनी जेपी इंफ्राटेक के मैनेजर जेके शर्मा ने बताया कि सॉफ्टवेयर में जरूरी बदलाव किए गए हैं ताकि अधिकतम गति सीमा का उल्लंघन करने वाले वाहनों पर प्रभावी कार्रवाई हो सके. एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए वाहन चालकों को जागरूक करने की अभियान चलाया जाएगा.