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भारत और पाकिस्तान के बीच मैच 23 अक्टूबर को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में खेला जाएगा. दोनों टीमों के लिए यह टी20 वर्ल्ड कप का पहला मैच होगा. वहीं हार्दिक पांड्या इस मैच के लिए भारत के लिए सबसे बड़े एक्स फैक्टर बन सकते हैं.
हार्दिक की वापसी और संघर्ष
हार्दिक लंबे समय तक चोट के कारण टीम इंडिया से बाहर थे। इस दौरान उन्होंने अपनी वापसी के लिए काफी मेहनत की और फिर से टीम में जगह बनाई. ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के दौरान हार्दिक टीम इंडिया के लिए सबसे बड़े तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कैसी रही हार्दिक की वापसी और संघर्ष की कहानी.
टीम में अच्छा संतुलन
ऑस्ट्रेलिया रवाना होने से पहले अपनी वापसी और फिटनेस की जानकारी देते हुए पांड्या ने कहा कि मेरी वापसी में मेरे परिवार का अहम योगदान है. पांड्या ने पिछले 18 महीनों में अपनी फिटनेस पर पूरा ध्यान दिया है. दरअसल, पांड्या चोटिल होने के कारण गेंदबाजी नहीं कर पाए. हालांकि, अब वह भारत के लिए नियमित रूप से गेंदबाजी कर रहे हैं, जिससे टीम में अच्छा संतुलन बना है.
कड़ी मेहनत
पांड्या ने कहा कि अपने बेसिक्स पर जाने और हर चीज को सकारात्मक तरीके से लेने से मुझे काफी फायदा हुआ. उसके कारण मुझे अपने जीवन में बहुत शांति मिली. मुझे पता है कि जीवन में अच्छे दिन और बुरे दिन आएंगे लेकिन सकारात्मकता हमेशा उस कड़ी मेहनत से आएगी जो मैं करूंगा. मेरे परिवार ने मुझे बहुत सपोर्ट किया.
शानदार प्रदर्शन
पांड्या ने कहा कि मुझे कुढ़ बनाने में मरे परिवार ने बड़ी भूमिका निभाई. किसी भी चीज़ से अधिक, मेरे पास यह महसूस करने का समय है कि मैं वास्तव में अपने लिए क्या चाहता हूँ. उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपनी पत्नी नताशा, अगस्त्य और भाई कुणाल को दिया. वहीं आपको बता दें कि हार्दिक ने वापसी के बाद कमाल का प्रदर्शन किया है. सबसे पहले उन्होंने गुजरात टाइटंस की कप्तानी करते हुए आईपीएल का खिताब अपने नाम किया. साथ ही उन्होंने गेंद और बल्ले से भारत के लिए कई शानदार प्रदर्शन किए.




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