Usain Bolt HBD : जानिए दुनिया के सबसे तेज रनर उसैन बोल्ट की अनकही दास्तान

दुनियाभर के लोगों को अपने फर्राटेदार दौड़ के माध्यम से दीवाना बनाने वाले धावक उसैन बोल्ट आज अपना 34वां जन्मदिन मना रहे है और इस खास मौके पर हम आपको उनसे जुड़ी कुछ अनकही दास्तान बताते है।

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दुनियाभर के लोगों को अपने फर्राटेदार दौड़ के माध्यम से दीवाना बनाने वाले धावक उसैन बोल्ट आज अपना 34वां जन्मदिन मना रहे  है। उनका जन्म 21 अगस्त 1986 को जमैका में हुआ था। उसैन बोल्ट ने न सिर्फ लोगों का ध्यान अपनी तरफ खीचा बल्कि दौड़  को लोकप्रिय बनाने में भी महत्पपूर्ण भूमिका निभाई थी। तो चलिए जन्मदिन के इस खास मौके पर हम आपको बताते है उनसे जुड़ी कुछ अनकही दास्तान। 

क्या आप जानते हैं?

दुनिया के सबसे तेज रनर उसैन बोल्ट की अनकही दास्तान

- बोल्ट का जन्म 21 अगस्त 1986 को जमैका के शेरवुड कंटेंट में हुआ था

-  बोल्ट के पिता का नाम वेलेस्ली और मां का जेनिफर है, दोनों एक दुकान चलाते थे

- बोल्ट का परिवार काफी गरीब था, जिस वजह से उनके घर में पानी की सुविधा नहीं थी।

- उसैन ने अपना बचपन गली में क्रिकेट और फुटबॉल खेलकर बिताया

- छोटी उम्र में इन्होंने सरकारी स्कूल में पढ़ाई की, और पहली बार रेस प्रतियोगिता जीती

- बोल्ट को डांस का शौक है और समय मिलने पर वह अपने दोस्तों के साथ डांस करते हैं

- उसैन बोल्ट क्रिसियानो रोनाल्डो, वकार युनुस, सचिन तेंदुलकर और क्रिस गेल के फैन हैं

- 11 बार वर्ल्ड चैंपियन रहे उसैन बोल्ट ने 3 ओलंपिक में 8 गोल्ड जीते हैं

- बोल्ट ने बीजिंग ओलंपिक में 2, लंदन ओलंपिक 3 और रिया ओलंपिक में 3 गोल्ड मेडल जीते 

- बोल्ट पहले एथलीट हैं, जिन्होंने 100 मीटर के साथ स्प्रिंटिंग में 6 गोल्ड मेडल जीतने का रिकार्ड बनाया

- 2001 की हाईस्कूल चैंपियनशिप में 200 मीटर रेस जीतकर बोल्ट ने करियर की शुरुआत की

- स्कोलियोसिस नामक बीमारी से उसैन बोल्ट का दायां पैर बायां पैर से लंबा है, इसी वजह से चाल अलग

- 18 मई को उसैन ने अपनी बेटी का नाम ओलंपिया लाइटनिंग रखा, जिसका अर्थ ओलंपिक की रोशनी है

- बोल्ट की पहली पसंद क्रिकेट था, कोच ने शानदार एथलीट बना दिया था

- 2009 में 100 मीटर और 200 मीटर की रेस में  9.58 सेकंड और 19.19 सेकंड में पूरा करके वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया

- उसैन बोल्ट अकले ऐथलीट हैं जिनके नाम 200 मीटर दौड़ में चार वर्ल्ड चैंपियनशिप टाइटल जीते हैं

-  उसैन बोल्ट को अमेरिकी कॉलेजों से कई ट्रैक स्कॉलरशिप मिलीं, लेकिन होमलैंड के लिए सब ठुकराया

-  साल 2009 में बोल्ट ने केन्या में एक चीता खरीदा, जिसका नाम लाइटनिंग है जो उनका निकनेम है

- साल 2017 में लंदन वर्ल्ड चैंपियनशिप के बाद उसैन ने संन्यास लिया, आखिरी टूर्नामेंट में सिल्वर मेडल जीता 

-   उसैन ने कहा था, कि अगर मेरे कोच वापसी करते को कहते हैं तो मैं मना नहीं करूंगा

सबसे तेज रनर  उसेन बोल्ट की अनकही दास्तान!...






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