Story Content
COVID-19 के खिलाफ देशव्यापी टीकाकरण अभियान ने रविवार को एक साल पूरा कर लिया, इस दौरान 156.76 करोड़ से अधिक वैक्सीन की खुराक दी गई. स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, 92% से अधिक वयस्क आबादी को कम से कम एक खुराक मिली है, जबकि 68% से अधिक को पूरी तरह से टीका लगाया गया है. टीकाकरण अभियान के एक साल पूरे होने पर केंद्र रविवार दोपहर को डाक टिकट जारी करेगा.
ये भी पढ़ें:- बीते 5 महीने में क्रिकेट के सभी प्रारुपों से कोहली ने छोड़ी कप्तानी
यह अभियान पिछले साल 16 जनवरी को शुरू किया गया था, जिसमें पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया था. फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण 2 फरवरी से शुरू हुआ था. COVID-19 टीकाकरण का अगला चरण 1 मार्च से 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और 45 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए निर्दिष्ट सह-रुग्ण स्थितियों के साथ शुरू हुआ.
ये भी पढ़ें:- Chhattisgarh: गाय ने दिया 3 आंख वाले बछड़े को जन्म, एक झलक पाने को उमड़ा हुजूम
1 अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों का टीकाकरण शुरू किया गया. सरकार ने तब 1 मई से 18 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को टीकाकरण की अनुमति देकर टीकाकरण अभियान के दायरे का विस्तार करने का निर्णय लिया। COVID-19 टीकाकरण का अगला चरण इस वर्ष 3 जनवरी से शुरू हुआ, इसमें 15-18 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों को टीका देना शुरू किया गया.
ये भी पढ़ें:- कोरोना का लगातार बढ़ता कहर, 24 घंटें में आए 2.71 लाख नए केस
ये भी पढ़ें:- दिल्ली में दिन का तापमान गिरकर मौसम के न्यूनतम 14.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है
टीकाकरण अभियान में, देश ने कई मील के पत्थर हासिल किए हैं, जिनकी दुनिया में कोई मिसाल नहीं है, जिसमें नौ महीने से भी कम समय में 100 करोड़ से अधिक खुराक देना, एक दिन में 2.51 करोड़ खुराक देना और एक दिन में कई बार एक करोड़ खुराक देना शामिल है. देश में प्रशासित कोविड वैक्सीन की खुराक पिछले साल 21 अक्टूबर को 100 करोड़ के आंकड़े को पार कर गई थी. देश में प्रशासित संचयी टीके की खुराक 7 जनवरी को 150 करोड़ के आंकड़े को पार कर गई.




Comments
Add a Comment:
No comments available.