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बच्चों के सोने के पैटर्न पर जरूर दें ये ध्यान, वरना नींद पूरी न होने पर हो सकती है ये बड़ी परेशानी!

बच्चे रात में बहुत रोते हैं जिससे वे बिलकुल नहीं सो पाते हैं। यह अक्सर उनके बेड और सोने के स्टाईल पर निर्भर करता है। ऐसे में हम आपके लिए लाए है कुछ तरीके जिससे माता-पिता यह जानने में मदद मिलेगी कि उनके शिशुओं को सोने के लिए किस तरह केे बेड सही है।

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By Asna | लाइफ स्टाइल - 14 December 2020

शिशु का जन्म माता-पिता की पूरी लाइफ को बदल देता है। यदि आप शिशु को पालना बहुत आसान समझते हैं तो आपको गहराई से सोचने की ज़रूरत है। शिशुओं को दूध पिलाने से लेकर उनके सोने तक की हर छोटी छोटी चीजों का ध्यान रखना पड़ता है। वही न्यू पेरेंट्स हमेशा इस बात को लेकर बहुत परेशान रहते हैं कि उनके बच्चों को कहाँ सोना चाहिए इसलिए वे अपने शिशु के सोने के पैटर्न और बिस्तर के साथ कई एक्सपेरिमेंट भी करते हैं। यही नहीं अगर शिशुओं के सोने का बेड ही सही नहीं है तो इससे उनकी नींद खराब हो जाती है जिससे वह चिडचिड़ा होने लगते है। इसके साथ ही अगर शिशुओं की नींद पूरी नहीं होती है तो वे रातभर रोते रहते है।   

इसलिए उन्हें कई प्रयोग करने के बजाय अपने शिशुओं को एक अच्छी नींद देने के लिए और चीजों को आसान बनाने के लिए   माता-पिता को इसके बारे में थोड़ी रिसर्च करनी चाहिए क्योंकि बच्चे रात में बहुत रोते हैं और बिलकुल नहीं सो पाते हैं। यह अक्सर उनके बिस्तर और सोने के स्टाईल पर निर्भर करता है। ऐसे में हम आपके लिए लाए है कुछ तरीके जिससे माता-पिता यह जानने में मदद मिलेगी कि उनके शिशुओं को सोने के लिए  किस तरह केे बेड सही है।


नवजात शिशुओं को कहाँ सोना चाहिए?

शिशुओं  को सोना चाहिए-

1.  शिशुओं का पालना हमेशा उसकी माँ के बेड के पास रखा जाना चाहिए।  

2. शिशुओं के कभी भी पीठ, बाजू और पेट के बल नहीं सुलाना चाहिए। 

3. बेड का ऊपरी भाग मजबूत होना चाहिए जिसके लिए  माता-पिता एक पालना के गद्दे का उपयोग कर सकते हैं जो एक अच्छी तरह से फ़िट हुई शीट द्वारा कवर किया गया है।

4. बेड पर कोई भी नरम चीजें नहीं होनी चाहिए जैसे खिलौने या तकिए।

रूम शेयरिंग 

डॉक्टरों के अनुसार माता-पिता को सोने के लिए अपने बच्चों के साथ रूम शेयरिंग करना चाहिए लेकिन बेड को नहीं।

कार स्लीपिंग 

माता-पिता को कभी भी शिशुओं को चलती कार में सोने की आदत नहीं डालनी चाहिए । क्योंकि अगर आपके शिशु को कार में सोने की आदत पड़ जाए तो उनको सोने के दौरान हमेशा इसकी आवश्यकता होगी। इसके साथ ही आपके शिशु को हमेशा पालना में ही सोना चाहिए।

पालने या बेसिनट पर सुलाने की करें कोशिश

यदि आपको अपने शिशु को पालने में सोने में परेशानी हो रही है तो आप  उनको एक पालने या बेसिनेट पर सुलाने की कोशिश कर सकते हैं। इसके साथ ही कभी-कभी नवजात शिशुओं के लिए एक फुल साइज का पालना बहुत बड़ा होता है।

याद रखें

यदि इन सब तरीकों के बाद अगर आपका शिशु अभी भी पूरी नींद नहीं ले पा रहा है तो आपको किसी बच्चों के डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए जिससे वह आपका सही मार्गदर्शन करेगा क्योंकि ऐसा करना आपके बच्चे के लिए बेहतर रहेगा और वह आराम से सो भी पाएगा।

BY-ASNA ZAIDI

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