CDS रावत की मौत के बाद चीन ने उगला ज़हर

तमिलनाडु में इंडियन एयर ड्राइव हेलीकॉप्टर दुर्घटना के एक दिन बाद, चीनी भाषा के राज्य मीडिया अंतर्राष्ट्रीय अवसरों ने कुछ चीनी भाषा विशेषज्ञों के हवाले से भारत के खिलाफ अपना गुस्सा निकालने की कोशिश की है.

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चीन ने हेलीकॉप्टर दुर्घटना पर अपनी जगह पक्की की

तमिलनाडु में इंडियन एयर ड्राइव हेलीकॉप्टर दुर्घटना के एक दिन बाद, चीनी भाषा के राज्य मीडिया अंतर्राष्ट्रीय अवसरों ने कुछ चीनी भाषा विशेषज्ञों के हवाले से भारत के खिलाफ अपना गुस्सा निकालने की कोशिश की है. चीनी भाषा सरकार के मीडिया ने लिखा है कि 'हेलीकॉप्टर दुर्घटना में भारत के सुरक्षा प्रमुख की मृत्यु न केवल भारतीय सेना में आत्म-अनुशासन और युद्ध की तैयारियों की कमी को उजागर करती है, बल्कि इसने देश के आधुनिकीकरण को भी एक बड़ा झटका दिया है. सीडीएस बिपिन रावत को लेकर चीनी भाषा के विश्लेषक कितने भयभीत थे, इसका एक संकेतक देखें, 'हालांकि भारत के उच्च चीन विरोधी सुरक्षा चेहरे के जाने के बावजूद, देश (भारत) दिशा में है. दोनों देशों के सीमावर्ती इलाकों में चीन के आक्रामक रुख में बदलाव की संभावना नहीं है, यह विश्लेषकों के हवाले से लिखा गया है.


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सीडीएस बिपिन रावत के निधन के बाद चीन सरकार ने अपने मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स के जरिए भारतीय सेना के अनुशासन पर सवाल उठाए हैं. जानिए ग्लोबल टाइम्स ने आर्टिकल में क्या लिखा है. भारत के पड़ोसी देश चीन का असंवेदनशील चेहरा सामने आ गया है. धोखेबाज चीन शहादत के वक्त भी अपनी नैतिकता भूल चुका है. सीडीएस बिपिन रावत के निधन के बाद चीन सरकार ने अपने मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स के जरिए भारतीय सेना के अनुशासन पर सवाल उठाए हैं. चीन ने जनरल रावत की मौत को भारतीय सेना की कमियों का नतीजा बताया है. जानिए ग्लोबल टाइम्स ने अपने लेख में क्या लिखा है.


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ग्लोबल टाइम्स ने लिखा, "हेलीकॉप्टर दुर्घटना में भारत के रक्षा प्रमुख की मौत ने न केवल भारतीय सेना में अनुशासन और युद्ध की तैयारियों की कमी को उजागर किया है. बल्कि, देश के सैन्य आधुनिकीकरण को भी एक बड़ा झटका लगा है. मृत्यु के बाद भी चीन विरोधी भारतीय रक्षा अधिकारी के रूप में, दोनों देशों के सीमावर्ती क्षेत्रों में भारत के आक्रामक रुख में बदलाव की संभावना नहीं है.थमिक विषय भारत-चीन संबंध बना हुआ है.

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