सब्जियों की बढ़ी कीमतों ने बिगाड़ा आम आदमी का बजट, जानिए क्यों बढ़ रहे है दाम

दिल्ली-एनसीआर में पिछले कुछ दिनों में सब्जियों के दाम बढ़े हैं. इससे आम आदमी की जेब पर बोझ बढ़ गया है.

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दिल्ली-एनसीआर में पिछले कुछ दिनों में सब्जियों के दाम बढ़े हैं. इससे आम आदमी की जेब पर बोझ बढ़ गया है और उसका बजट खराब होता जा रहा है. नोएडा के सफल स्टोरों में सब्जियों और फलों के दाम ऊंचे हैं. वहीं दूसरी ओर फुटकर विक्रेताओं का दावा है कि उन्हें भी बढ़े हुए दामों पर माल मिल रहा है.

सब्जियों के दामों में अचानक बढ़ोतरी

ताजा अपडेट के मुताबिक आलू 18-22 रुपये प्रति किलो, फूलगोभी 98 रुपये प्रति किलो, बैंगन 45 रुपये प्रति किलो, टमाटर 54 रुपये प्रति किलो, जबकि खुदरा आलू 25-30 रुपये प्रति किलो, फूलगोभी 100 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. बैगन रु. 80 रुपये किलो और टमाटर 50 रुपये किलो बिक रहा है. सब्जियों के दामों में अचानक बढ़ोतरी क्यों हुई, इस पर विक्रेताओं ने कहा कि साहिबाबाद में सब्जियां उगाकर दिल्ली और एनसीआर को सप्लाई की जाती है. व्यापारियों का मानना ​​है कि बारिश के कारण आपूर्ति नहीं होने और परिवहन लागत ज्यादा होने से सब्जियों और फलों के दाम ज्यादा हैं. उन्होंने दावा किया कि लगातार बारिश से कृषि क्षेत्र में सब्जियां सड़ गई हैं.

फलों के दाम ज्यादा

सब्जियों के दामों में अचानक बढ़ोतरी क्यों हुई, इस पर विक्रेताओं ने कहा कि साहिबाबाद में सब्जियां उगाकर दिल्ली और एनसीआर को सप्लाई की जाती है. व्यापारियों का मानना ​​है कि बारिश के कारण आपूर्ति नहीं होने और परिवहन लागत ज्यादा होने से सब्जियों और फलों के दाम ज्यादा हैं. उन्होंने दावा किया कि लगातार बारिश से कृषि क्षेत्र में सब्जियां सड़ गई हैं.

उत्पादन में 50 प्रतिशत तक की गिरावट

हिमाचल प्रदेश में खरीफ सीजन में ढाई महीने से लगातार हो रही मानसून की बारिश या गर्मी की फसलों ने भी टमाटर, शिमला मिर्च, मटर, फ्रेंच बीन्स, ककड़ी और गोभी की फसलों को बुरी तरह प्रभावित किया है. देश की सब्जियों का कटारो कहे जाने वाले राज्य में सब्जियों के उत्पादन में 50 प्रतिशत तक की गिरावट आई है.

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