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एक ऐसा मंदिर में जहाँ भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति ‘भूख’ से इतनी दुबली हो गई थी कि पुजारियों को रात के 3 बजे भोग चढ़ाना पड़ा। केरल का तिरुवरप्पु श्री कृष्ण स्वामी का मंदिर- कहा जाता है कि एक बार सूर्य-ग्रहण के कारण मंदिर बंद कर दिया गया था, अगले दिन गर्भगृह खोलने पर पुजारियों ने देखा कि भगवान की मूर्ति सामान्य से बहुत पतली हो चुकी थी। और यही वजह है की मंदिर के ताले 2 बजे खोले जाते हैं और 3 बजे भोग लगाया जाता है। पुजारी मंदिर की चाबियों के साथ हाथ में हथौड़ी लेकर जाते हैं ताकि अगर कभी गलती से भी चाबी से दरवाजा ना खुले तो वो तुरंत हथौड़े से ताला तोड़ कर अंदर जा सके। श्री कृष्णा की ये मूर्ति भगवान के उस रूप को दर्शाती है जिसमें उन्होंने कंस का वध किया था। युद्ध के बाद श्री कृष्णा को बहुत भूख लग रही थी और इसलिए इस मंदिर में सही समय पर भोग चढ़ाना जरूरी होता है।




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