Story Content
तहव्वुर राणा ने पहले अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट में प्रत्यर्पण पर रोक लगाने की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया। इस समय भारत की कई एजेंसियाँ आतंकी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण के लिए अमेरिका में मौजूद हैं।
सूत्रों
के मुताबिक, तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण के लिए
कानूनी कार्यवाही
जारी है और उन्हें जल्द से जल्द भारत भेजा
जाएगा। आतंकी तहव्वुर राणा को दिल्ली या मुंबई के किसी जिले में रखा जाएगा, जहाँ सुरक्षा व्यवस्था को सख्त कर दिया
गया है। तहव्वुर राणा लश्कर-ए-तैयबा का सदस्य था, जो इस्लामी आतंकवादी संगठनों में से एक है। उसने ISI (पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी) और
अमेरिकी आतंकी डेविड हेडली के साथ मिलकर 26/11 मुंबई हमले को अंजाम दिया। PM नरेंद्र मोदी ने अपनी अमेरिकी यात्रा
के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से आतंकी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण की मांग
की थी। इस ऑपरेशन की निगरानी अजीत डोभाल, NIA और गृह मंत्रालय के विशेष अधिकारी कर रहे हैं।
26 नवंबर 2008 को 10 आतंकवादियों ने मुंबई पर हमला किया था।
ये आतंकी लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य थे। इस हमले में आतंकियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग
और बम विस्फोट किए। इस हमले में मुंबई का ताज होटल भी शामिल था। इस घटना में 176 लोगों ने अपनी जान गंवाई और 300 से अधिक लोग घायल हो गए। साथ ही आतंकी तहव्वुर राणा को 2011 में दोषी ठहराया गया और 13 साल की सजा सुनाई गई।




Comments
Add a Comment:
No comments available.