सुकन्या समृद्धि योजना में बड़ा बदलाव, जानिए क्या है नए नियम

सुकन्या समृद्धि योजना बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने वाली ऐसी योजना है. जो अपनी लॉन्चिंग के बाद से ही ये योजना बेहद पॉपुलर है.

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बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए सुकन्या समृद्धि योजना एक ऐसी योजना है. यह योजना लॉन्च होने के बाद से ही काफी लोकप्रिय है. 10 साल से कम उम्र की बेटी के माता-पिता इस योजना में निवेश कर सकते है. निवेश करके भी आप टैक्स छूट पा सकते है.

लॉकडाउन के दौरान आर्थिक कार्यों की तिथि बढ़ा दी गई है. लेकिन सुकन्या अकाउंट होल्डर के लिए एक बहुत ही जरूरी काम है, जिन लोगों के पास इन योजनाओं में पैसा है. अगर वह उस काम को नहीं कर पाते हैं तो उन्हें बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है. सुकन्या में कम से कम 250 रुपये जमा करना जरूरी है, नहीं तो अगले वित्तीय वर्ष में 50 रुपये का जुर्माना भरना पड़ता है. यानी 30 जून तक आपके खाते में 250 रुपये की राशि होना अनिवार्य है. इसके अलावा सरकार ने दिसंबर 2019 में अपने कुछ नियमों में बदलाव किया था.

1. खाते में हुआ बदलाव

यदि आप किसी भी वर्ष 250 रुपये की राशि भी जमा नहीं करते हैं, तो आपके खाते को डिफ़ॉल्ट माना जाएगा और इस पर अर्जित ब्याज वही होगा जो योजना के लिए निर्धारित किया जाएगा. पहले यह ब्याज डाकघर की ब्याज दर के बराबर था. यहां ध्यान रखने वाली बात यह है कि सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दर डाकघर की दर से 2 गुना है.

2. खाता बंद करने के नियम
नए नियम के मुताबिक आप चाहें तो मैच्योरिटी से पहले इस अकाउंट को बंद कर सकते है. किसी भी खतरनाक बीमारी से पीड़ित बालिका या खाताधारक की मृत्यु या बालिका के माता-पिता की मृत्यु की स्थिति में, खाता सहानुभूति के आधार पर बंद किया जा सकता है.

3. क्या होगी योग्यता
एक परिवार में दो सुकन्या समृद्धि योजना खाते खोले जा सकते है. यानी अगर आपकी 2 बेटियां हैं तो आप दोनों के नाम से यह योजना ले सकते है. यह खाता आप किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस में खोल सकते हैं.

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