नहीं भूल सकते शहीदों के सर्वोच्च बलिदान, पुलवामा आतंकी हमले की चौथी बरसी

पुलवामा हमले में शहीद हुए देश के जांबाजों को श्रद्धांजलि ने देने के लिए देशभर में सभा का आयोजन किया गया है. हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के 40 जवानों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है.

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देश को झकझोर देने वाले पुलवामा हमले की आज चौथी बरसी है. आज ही के दिन 14 फरवरी 2019 को जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों  ने जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग से होकर गुजर रहे सीआरपीएफ के काफिला पर हमला कर दिया था. बता दें कि जवानों के काफिले की 72 बसें थीं. जिनमें 2 हजार 547 जवान बैठे हुए थे. जैसे ही यह काफिला पुलवामा पहुंचा, तभी दूसरी तरफ से एक कार आई और काफिले की एक बस में जोरदार टक्कर मार दी. कार में भारी मात्रा में विस्फोटक रखा था. टक्कर होते ही बड़ा धमाका हुआ और इसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए. बता दें कि जवानों को श्रीनगर के बख्‍शी स्‍टेडियम स्थित ट्रांसिट कैंप में शाम से पहले पहुंचना था. हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी.

पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि 

पुलवामा हमले में शहीद हुए देश के जांबाजों को श्रद्धांजलि ने देने के लिए देशभर में सभा का आयोजन किया गया है. हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के 40 जवानों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है. पीएम नरेंद्र मोदी ने शहीदों के बलिदान को याद किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलवामा में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी है. पीएम ने कहा कि आज ही के दिन हमने हमारे वीर को खो दिया. हम उनके सर्वोच्च बलिदान को कभी नहीं भूलेंगे. उनका साहस हमें एक मजबूत और विकसित भारत बनाने के लिए प्रेरित करता है.

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट कर पुलवामा हमले में शहीद हुए देश के वीर सपूतों को श्रद्धांजलि दी है.

सेना लिया था बदला 

पुलवामा हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आतंकियों को ललकारा था. उन्होंने कहा था कि मैं अपने दिल में वही आग महसूस करता हूं, जो आपके अंदर भड़क रही है। उन्होंने कहा था कि सभी आंसुओं का बदला लिया जाएगा. पुलवामा हमले के 12 दिन के भीतर भारत ने पाकिस्तान में स्थित आतंकियों के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी.

घाटी में अलर्ट

इसको लेकर आज घाटी मे अलर्ट जारी किया गया है.  खुफिया विभाग के सूत्रों के मुताबिक कई आतंकी संगठन साथ जुड़ गए हैं. जिसमें जैशे मुहम्मद, लश्करे तैयबा, हिज्बुल मुजाहिदीन और अल बदर भी शामिल हैं. जो पुलवामा हमले की चौथीवीं बरसी पर आतंकी वारदात को अंजाम दे सकते हैं. इसको लेकर अलर्ट जारी किया गया है.

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