यूपी में शिक्षक की पिटाई से दलित छात्र की मौत, परिजनों ने अंतिम संस्कार से किया इंकार

दलित छात्र निखिल ने OMR सीट में एक खाने की जगह दो खाने ब्लैक कर दिए थे और सामाजिक विज्ञान में सामाजिक की जगह समाजक लिख दिया था. इससे नाराज टीचर ने उसे डंडे, लात और घूसों से इतना पीटा कि वह बेहोश हो गया. इलाज के दौरान 18वें दिन उसकी मौत हो गई.

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यूपी के औरैया में टीचर की पिटाई से एक दलित छात्र की मौत हो गई. छात्र की मौत के बाद सोमवार को जमकर हंगामा हुआ. हालात बेकाबू हो गए थे. आधी रात को ही आईजी और एडीजी को मौके पर पहुंचना पड़ा. बच्चे का शव गांव में पहुंचने के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव किया और पुलिस की गाड़ीयां भी फूंक दी.

देर रात सीनियर अधिकारियों ने पीड़ित परिवार से बात करके अंतिम संस्कार करने के लिए मनाया. मंगलवार की सुबह यानी कि आज अंतिम संस्कार की तैयारी हो रही थी. लेकिन तभी पुलिस उपद्रव करने वाले लोगों की धरपकड़ करने लगी. इस सूचना के बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया.

धरपकड़ की खबर सुनकर मृतक के परिजन बिफर गए हैं. परिजनों ने कहा कि जिन लोगों को पकड़ा गया हैं उन्हें छोड़ा जाए. वहीं प्रशासन का कहना है कि, पीड़ित परिवार के घर का कोई सदस्य पकड़ा गया है तो उसे छोड़ दिया जाएगा. मगर दंगाइयों को छोड़ा नहीं जाएगा. पुलिस ने सुरक्षा का ध्यान रखते हुए औरैया के अछल्दा कस्बे के बाजार की सभी दुकानों को बंद करा दिया है. इलाका छावनी में तब्दील हो गया है. वहां पर आईजी, कमिश्नर व डिएम, एसपी के अलावा भारी पुलिस फोर्स मौजूद है. 

हालांकि, साढ़े चार घंटे की अधिकारियों से वार्ता के बाद परिजन शव का अंतिम संस्कार करने को राजी हो गए हैं. पुलिस ने परिजनों को आश्वासन दिया है कि जो लोग दोषी नहीं होंगे उन्हें छोड़ दिया जाएगा.


गलत शब्द लिखने पर शिक्षक ने की थी पिटाई

बताया जा रहा है कि अछल्दा थाना क्षेत्र के कस्बा फफूंद रोड के आदर्श इंटर कॉलेज में वैशोली गांव निवासी निखित कुमार (15) 10वीं में पढ़ता था. उसके पिता राजू दोहरे ने बताया, ''7 सितंबर को सामाजिक विज्ञान के टीचर अश्विनी सिंह ने क्लास में टेस्ट लिया था. इसमें दलित छात्र निखित ने OMR सीट में एक खाने की जगह दो खाने ब्लैक कर दिए थे और सामाजिक विज्ञान में सामाजिक की जगह समाजक लिख दिया था.  इससे नाराज टीचर ने उसे डंडे, लात और घूसों से इतना पीटा कि वह बेहोश हो गया. इलाज के दौरान 18वें दिन उसकी मौत हो गई.


मैं अपने बच्चे को स्कूल नहीं भेजूंगा: पीड़ित पिता

मृतक छात्र के पिता राजू खेती से अपनी आजीविका चलाते हैं. उसके निखिल समेत तीन बच्चे थे. जिसमें निखिल का मौत हो गई है. राजू इस घटना के बाद से काफी डर गए हैं. राजू ने कहा कि, अब वह अपने 12 साल के बेटे राघव और 6 साल के बेटे अभिषेक को स्कूल नहीं भेजेंगे.  

अखिलेश यादव ने किया ट्वीट कर दुख जताया

इस घटना पर अखिलेश यादव ने ट्वीट कर दुख जताया है और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि शिक्षा जीवन देती है लेती नहीं.


गांव में पहुंची भीम आर्मी

दलित छात्र की मौत की खबर मिलते ही भीम आर्मी के सदस्य गांव पहुंच गए हैं. गांव में तनाव को देखते हुए फोर्स भी तैनात कर दी गई है.



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